कोरबा जिले की 3 सीट पर माथा पच्ची पर कांग्रेस हाईकमान ने लगाया विराम..खुलेगी किसकी किस्मत

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✍️ नरेन्द्र मेहता
कोरबा: कांग्रेस के प्रत्याशीयो की दूसरी सूची जारी करने में हो रही विलम्ब ने कोरबा जिले के कटघोरा, रामपुर और पाली तानाखार के दावेदारों की नींद उड़ा रखी हैं. दिल्ली में हुई अहम बैठक में भी इन सीटों के लिए काफी माथा पच्ची होने की खबरे आ रही हैं. कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव वेणुगोपाल की अध्यक्षता वाली बैठक में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, छतीसगढ़ प्रभारी कुमारी शैलजा, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बेज, विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत और डिप्टी सीएम टीएस सिहदेव शामिल थे.बची 60 सीटो पर अंतिम फैसला होना था इसमें कोरबा जिले के 3 सीट भी शामिल हैं. इन सीटों के लिए भी काफी माथा पच्ची इसलिए हुई कि बैठक में शामिल नेताओं का एकमत नहीं हो पा रहा था तो दूसरी तरफ कांग्रेस की केंद्रीय सर्वे सूची में सर्वाधिक अंक लेने वाले नामो का भी फीडबैक लिया गया हैं. फ़ीडबैक के बाद परिवर्तन की गुंजाइश बढ़ गई हैं.कटघोरा, रामपुर और तानाखर की यदि बात की जाए तो यहां के दावेदार ने राजधानी रायपुर से दिल्ली तक अपने अपने माध्यम से नेताओं तक अपनी बातें पहुचाने मे सफल हुए हैं और उन्हें यह लगता हैं कि येनकेन प्रकारेण वे टिकट हासिल कर ही लेंगे.जिले से एक सीट पर महिला उम्मीदवार उतारने की बात दिल्ली में भी चली.ताकि महिला मतदाताओं में यह संदेश जाए कि कांग्रेस महिलाओं की हितेषी पार्टी हैं. दरअसल इस मुद्दे पर चर्चा इसलिए कि गई क्योंकि भाजपा ने पिछड़ा वर्ग के वोटरों को अपने पाले में लाने के लिए जिले की दो सीट कोरबा व कटघोरा से पिछड़ा वर्ग से दे दी हैं. महिला उम्मीदवार को कांग्रेस का डेममेज कंट्रोल के रूप में देखा जा सकता हैं. देखना यह हैं कि कांग्रेस की दूसरी सूची में जिले की 3 सीटो पर वही पुराने चेहरे रहेंगे या फिर माथा पच्ची के बाद नए चेहरों के भाग्य दो सीट पर खुलेंगे.