कोरबा: भाजपा को कोरबा में लखन पर भरोसा.. कांग्रेस के किले में पहले भी फहरा चुके हैं जीत का परचम,पढ़े उनका राजनीतिक सफर..

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0 पूर्व महापौर, पूर्व कटघोरा विधायक पर रमन सरकार में संसदीय सचिव रहे लखनलाल देवांगन का सियासी सफरनामा

 

कोरबा। भारतीय जनता पार्टी ने कोरबा विधानसभा की सीट पर चुनावी समर पार लगाने इस बार लखनलाल देवांगन पर दांव लगाया है। पार्षद चुनाव जीतने के बाद नगर निगम में एक लोकप्रिय महापौर के रूप में ख्याति अर्जित कर श्री देवांगन ने कटघोरा से विधायक चुने जाने के साथ छत्तीसगढ़ विधानसभा में कदम रखा। इसके बाद रमन सरकार में संसदीय सचिव की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभाई। पार्टी के इस फैसले में श्री देवांगन के प्रदर्शन और शहर में पहचानी जाने वाली छवि को हथियार बनाते हुए कांग्रेस के अभेद किला बन चुके कोरबा विधानसभा की सीट को हासिल करने की रणनीति नजर आ रही है।

12 अप्रैल 1962 में जन्म लेने वाले लखन लाल देवांगन अभी 61 वर्ष के हैं। वे एक भारतीय राजनीतिज्ञ और छत्तीसगढ़ सरकार में पूर्व संसदीय सचिव (राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त)रहे। वर्तमान में उन पर भारतीय जनता पार्टी छत्तीसगढ़ के उपाध्यक्ष का भी दायित्व है। लखन लाल देवांगन ने निकाय चुनाव पर जीत हासिल कर नगर निगम कोरबा के पार्षद के रूप में अपना राजनैतिक कॅरियर शुरू किया। इसके बाद वे साल 2005 में कोरबा नगर निगम के महापौर चुने गए। 8 दिसंबर 2013 को श्री देवांगन भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अविजीत कहे जाने वाले कद्दावर नेता बोधराम कंवर को हराकर भाजपा के लिए कटघोरा निर्वाचन क्षेत्र की सीट हासिल की और छत्तीसगढ़ विधानसभा पहुंच गए। भाजपा शासनकाल के सीएम डॉ रमन सिंह के तीसरे मंत्रालय में खाद्य, नागरिक आपूर्ति, उपभोक्ता संरक्षण, ग्रामोद्योग, योजना, आर्थिक और सांख्यिकी के लिए संसदीय सचिव ( राज्य मंत्री रैंक) की जिम्मेदारी संभाली। श्री देवांगन ने इसके बाद पुन: वर्ष 2018 का विधानसभा चुनाव लड़ा पर इस बार कांग्रेस से ही उनके प्रतिद्वंद्वी रहे बोधराम के पुत्र पुरुषोत्तम कंवर से इस सीट पर भाजपा की जीत बरबरार नहीं रख सके। इस बार उन्हें कोरबा विधानसभा की सीट पर भाजपा की जीत सुनिश्चित करने की बड़ी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई है।