कोल कारोबार पर स्टेट जीएसटी का बड़ा शिकंजा, 27 करोड़ की टैक्स चोरी उजागर

5

The Duniyadari : रायपुर। छत्तीसगढ़ में टैक्स चोरी के खिलाफ स्टेट जीएसटी विभाग ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। विभाग की टीम ने बिलासपुर में कोल कारोबार से जुड़ी तीन नामी कंपनियों के ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। कार्रवाई के दौरान अब तक करीब 27 करोड़ रुपये की जीएसटी राशि सरेंडर कराई गई है, जिसे विभाग की बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है।

जिन कंपनियों पर कार्रवाई हुई है, उनमें महावीर कोल वाशरी, फिल कोल बेनिफिकेशन प्राइवेट लिमिटेड और पारस पावर एंड कोल बेनिफिकेशन लिमिटेड शामिल हैं। स्टेट जीएसटी की अलग-अलग टीमों ने तीनों कंपनियों के कार्यालयों और परिसरों में दबिश देकर खरीद-बिक्री, लेनदेन, इनवॉयस, ई-वे बिल और बैंक खातों से जुड़े दस्तावेजों की गहन जांच शुरू की है।

प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि महावीर कोल वाशरी ने लगभग 10 करोड़ रुपये की जीएसटी राशि अकेले सरेंडर की है। यह कंपनी उस समय ज्यादा सुर्खियों में आ गई जब इसके संबंध टीवी अभिनेत्री अंकिता लोखंडे के ससुराल से जुड़े होने की चर्चा सामने आई। इस कनेक्शन के बाद मामला और चर्चा में आ गया है।

स्टेट जीएसटी अधिकारियों के मुताबिक, जांच के दौरान टैक्स देनदारी छिपाने, गलत तरीके से इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) लेने और दस्तावेजों में अनियमितताओं के संकेत मिले हैं। इन्हीं आधारों पर संबंधित कारोबारियों से जीएसटी राशि सरेंडर कराई गई है। हालांकि, अधिकारी साफ कर रहे हैं कि जांच अभी जारी है और अंतिम निष्कर्ष विस्तृत पड़ताल के बाद ही निकाला जाएगा।

कंपनियों के प्रबंधन की बात करें तो महावीर कोल वाशरी में विशाल कुमार जैन, अरविंद कुमार जैन, विकास कुमार जैन, ऋचा पाहवा और विनोद कुमार जैन प्रमुख पदों पर हैं। फिल कोल बेनिफिकेशन प्राइवेट लिमिटेड में ललित कुमार झा, प्रवीण चंद्र झा और प्रदीप चंद्र झा निदेशक हैं, जबकि पारस पावर एंड कोल बेनिफिकेशन लिमिटेड में राहुल शुक्ला, प्रशांत कुमार जैन, सतेंद्र कुमार जैन और संदीप कुमार जैन डायरेक्टर के रूप में जुड़े हुए हैं।

सूत्रों के अनुसार, स्टेट जीएसटी की टीम इन कंपनियों के आपसी लेनदेन और कोल कारोबार से जुड़े पूरे नेटवर्क की भी जांच कर रही है। विभाग का कहना है कि यदि आगे और गड़बड़ियां सामने आती हैं तो भारी जुर्माना और कानूनी कार्रवाई भी की जा सकती है। इस छापेमारी के बाद कोल कारोबार से जुड़े अन्य व्यापारियों में भी हड़कंप का माहौल है, और आने वाले दिनों में जीएसटी चोरी से जुड़ा और बड़ा खुलासा होने की संभावना जताई जा रही है।