गहलोत ने फिर दिखाई `जादूगरी`, दूसरी कोशिश में भी पायलट नहीं भर सके उड़ान

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दिल्ली।राजस्थान में मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवारी को लेकर एक बार फिर राजनीतिक संकट गहरा गया है. पार्टी हाईकमान के आदेश पर रविवार शाम को विधायक दल की बैठक बुलाई गई थी, लेकिन शाम होते-होते विधायकों का आक्रोश खुलकर सामने आने लगा. गहलोत गुट के विधायक सीएम चेहरे को लेकर खुलकर विरोध में उतर आए हैं. देर शाम गहलोत गुट के विधायकों ने स्पीकर को सामूहिक रूप से इस्तीफा सौंप दिया. विधायकों की मांग है कि पार्टी हाईकमान उनकी राय लेकर ही अगले मुख्यमंत्री के नाम का चुनाव करें.

गहलोत गुट का दावा है कि उनके खेमे में 92 विधायक हैं. वहीं सचिन पायलट को महज 16 ही विधायकों का समर्थन बताया जा रहा है. दरअसल, गहलोत गुट के कांग्रेस नेता प्रताप खाचरियावास ने दावा किया है कि उनके साथ 92 विधायक हैं, जिन्होंने इस्तीफा दे दिया है. इस लिहाज से आंकड़ों को देखें तो पायलट खेमे में सिर्फ 16 विधायक बचते हैं. हालांकि अभी तक पायलट गुट की तरफ से विधायकों की संख्या को लेकर कोई दावा नहीं किया गया है.

 

2020 में भी पायलट गुट ने की थी बगावत!

राजस्थान विधानसभा चुनाव 2018 में कांग्रेस की जीत के हीरो बने सचिन पायलट ने जुलाई 2020 में भी सीएम अशोक गहलोत के खिलाफ बगावत का बिगुल फूंक दिया था. तब चर्चा थी कि पायलट अपने समर्थित विधायकों को लेकर बीजेपी में जा सकते हैं. तब दावा किया गया था कि 30 विधायक पायलट के साथ हैं. हालांकि पार्टी हाईकमान के हस्तक्षेप के बाद दोनों खेमे में सहमति बन गई थी.