The Duniyadari: मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में पिछले काफी दिनों से लगातार अपराधिक घटनाओं में बढ़ोतरी हो रही है. जो इन अपराधों को अंजाम दे रहे हैं पुलिस उनकी लिस्ट बना रही है.
इंदौर के बाणगंगा, हीरानगर समेत आसपास की जगहों के 57 बदमाशों के नाम को पुलिस ने इस लिस्ट में शामिल किया है. पुलिस ने लिस्ट में शामिल सभी आदतन अपराधियों को थाने पर बुलाया और उनकी क्लास लगाई गई है. अधिकारियों ने उन्हें ऐसी घटनाओं में सम्मिलत नहीं होने की हिदायत दी है.
इस पाठशाला में पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने बदमाशों से कई सवाल पूछे और लिखित में उनसे जवाब मांगे गए. बदमाशों पुलिस अधिकारियों ने लिखित जवाब लेने के बाद सभी बदमाशों की क्लास लगाई. पुलिस ने इस सवाल-जवाब वाले सेशन में आदतन अपराधियों से कुछ बड़े ही रोचक सवाल पूछे हैं.
इन सवालों में एक सवाल था कि क्या वह अपने बच्चों को अपनी तरह बनाना चाहते हैं? वहीं दूसरा सवाल था कि वह अपने घर के खर्च को कैसे चलाते हैं. तीसरा सवाल था कि उनके घर में कौन-कौन कमाने वाला है और उनकी जमानत के साथ ही उन्हें पैसा कौन उपलब्ध करवाता है?
आदतन अपराधियों (हिस्ट्री शीटर्स) ने पुलिस को जो लिखित जवाब दिए हैं उनमें उन्होंने बताया है कि वह अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा और सुख सुविधा देना चाहते हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि वह अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के साथ ही पुलिस जैसे देश सेवा वाले विभागों में देखना चाहते हैं. कुछ बदमाशों ने तो यह भी बताया कि उनकी आर्थिक हालत ठीक नहीं थी. जिसके चलते वह अपराध की दुनिया में उतर गए.
बच्चों को बना रहे अच्छा इंसान
जिस तरह से पुलिस ने उनके खिलाफ कार्रवाई की है उसके चलते वह अपने बच्चों को इस तरह के किसी भी अपराध को करने की छूट नहीं देते हैं. वह उसे एक अच्छा इंसान बनाने को लेकर काफी कुछ तैयारी कर रहे हैं. साथी जेल में रहने के दौरान उनके परिवार की महिलाएं नौकरी कर गुजर बसर करती हैं. उनकी जमानत का खर्च भी उनकी पत्नियों के द्वारा ही उठाया जाता है.
क्या क्राइम होगा कंट्रोल?
बदमाशों ने पुलिस अधिकारियों के पूछे गए सवालों के जवाब दिए हैं. फिलहाल पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने बदमाशों को हिदायत दी है कि वह अब आने वाले दिनों में किसी तरह की कोई अपराधिक घटनाओं का अंजाम न दें. अगर उन्होंने ऐसा किया तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल देखना ये है कि क्या इस पाठशाला का असर इंदौर में लगातार बढ़ते हुए अपराधों के ग्राफ को कम करने में कामयाब होगा?