नई दिल्ली। चंद्रयान-3 पर इसरो की कामयाबी को लेकर बड़ी खुशखबरी सामने आई है। बुधवार को चंद्रयान-3 ने एक और पड़ाव पार कर लिया है। चंद्रयान-3 ने आखिरी बार अपने ऑर्बिट को सफलता पूर्वक घटाया है। ऑर्बिट को घटाने की यह अंतिम प्रक्रिया है।
जानकारी के मुताबिक इसरो इसे सुबह 8:30 बजे से शुरू किया। इसके बाद चंद्रयान-3 को चंद्रमा की 100 Km X 100 Km की गोलाकार कक्षा में लाया जाएगा। इस प्रक्रिया के लिए चंद्रायान-3 के थ्रस्टर कुछ देर के लिए फायर किए गए। अभी चंद्रयान 150 Km x 177 Km की ऑर्बिट में है। इस प्रक्रिया के अगले दिन यानी 17 अगस्त को चंद्रयान-3 के प्रोपल्शन मॉड्यूल को लैंडर से अलग किया जाएगा।
0.5 अगस्त को चंद्रमा की कक्षा में पहुंचा था यान
बता दें कि 14 जुलाई को लॉन्च होने के बाद चंद्रयान-3 ने 22 दिन का सफर पूरा कर 5 अगस्त को शाम करीब 7:15 बजे चंद्रमा की कक्षा में पहुंचा। तब यान चंद्रमा की ग्रैविटी में कैप्चर हो सके, इसके लिए उसकी स्पीड कम की गई थी। स्पीड कम करने के लिए इसरो वैज्ञानिकों ने यान के फेस को पलटकर थ्रस्टर 1835 सेकेंड यानी करीब आधे घंटे के लिए फायर किए। ये फायरिंग शाम 7:12 बजे शुरू की गई थी।