छत्तीसगढ़ आर्म्स फोर्स के आठवीं बटालियन में फिर चोरी, पांच क्वाटर के ताले टूटे

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The Duniyadari: राजनांदगांव- पेंड्री में स्थित छत्तीसगढ़ आर्म्स फोर्स के आठवीं बटालियन में फिर चोरी हुई है। यहां स्टाफ के पांच क्वाटर के ताले टूटे हैं। दो क्वार्टर से नकद और ज्वेलरी की चोरी की गई है। वारदात को दो नकाबपोश बदमाशों ने अंजाम दिया है। जो सीसी कैमरे में भी कैद हुए हैं। इधर बटालियन में पेट्रोलिंग टीम में शामिल चार जवानों को सस्पेंड कर दिया गया है।

वारदात शनिवार-रविवार की दरम्यानी रात 2 से 4 बजे की है। बटालियन के भीतर जवानों के लिए मकान बने हैं। जहां दो बदमाश दाखिल हो गए। दोनों ने जवानों के अलग-अलग पांच मकानों के ताले ब्लेड जैसे औजार से काटे हैं। इसमें दो मकानों से 25 हजार रुपए नकद सहित सोने-चांदी के जेवरात की चोरी कर ली गई है।

चोरी गए जेवरात की कीमत 2 लाख रुपए से अधिक है। एक मकान में मौजूद महिला को जब आहट हुई तो उन्होंने शोर मचाया। हालांकि तब तक आरोपी भाग निकले। कुछ ही देर में आरोपी लापता भी हो गए। इसके बाद भीतर रहने वाले जवानों और परिवार की भीड़ एकत्रित हो गई। लेकिन गंभीर बात यह है कि बटालियन के चारों ओर दीवार है और फेसिंग भी की गई है।

संदेहियों की पतासाजी करने में जुटी है पुलिस बटालियन में चोरी की सूचना के बाद लालबाग पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। स्टाफ क्वाटर के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक की गई।

जिसमें दो बदमाश वारदात के बाद बाहर आते दिखे रहे हैं। आरोपियों ने नकाब बांध रखा है। पुलिस टीम शारीरिक बनावट के आधार पर संदेहियों की पतासाजी का प्रयास कर रही है। इधर लगातार ऐसी वारदात के बाद बटालियन में रहने वाले जवानों के परिजन भी परेशान हैं। विवेचना जारी है।

आरोपी सीसीटीवी कैमरे में कैद हुए हैं। जिसके आधार पर जांच व पतासाजी शुरू कर दी गई है। पूर्व में हुई चोरी का मामला भी नहीं सुलझा है, जांच की जा रही है। आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। -राहुल देव शर्मा, एएसपी 2022 में 14 मकानों में हुई थी चोरी, नहीं सुलझी बटालियन के स्टाफ क्वाटर में अप्रैल 2022 में भी चोरी हुई थी। तब 14 मकानों के ताले टूटे थे। यहां रहने वाले जवानों और उनके परिजनों ने बताया कि तब मकानों से 30 लाख रुपए से अधिक के जेवरात की चोरी हुई थी।

तब ज्यादातर परिवार बाहर थे, तभी आरोपियों ने मकानों को निशाना बनाया था। लेकिन चोरी का मामला अब तक नहीं सुलझ पाया है। मामले में पुलिस आज तक एक भी आरोपी या संदेही को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। पूर्व में हुई चोरी के मामले में पुलिस ने जमकर लापरवाही बरती है।

जिसकी वजह से आज तक एक भी संदेही को गिरफ्तार नहीं किया जा सका। वहीं बटालियन के अफसरों ने भी लाखों रुपए के चोरी के मामले को गंभीरता से नहीं लिया। इसके बाद दोबारा ऐसी घटना हुई है। इधर वारदात के बाद बटालियन के सेनानी ने पेट्रोलिंग टीम में लगे चार जवानों को सस्पेंड कर दिया है।