The Duniyadari: रायपुर- राजधानी रायपुर के भैंसा स्थित शासकीय हाई स्कूल में आज “विकसित कृषि संकल्प अभियान” का भव्य शुभारंभ समारोह संपन्न हुआ। इस ऐतिहासिक अवसर पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की।
उनके साथ राज्य के कृषि मंत्री राम विचार नेताम भी विशेष रूप से उपस्थित रहे। यह आयोजन उस विशेष क्षण से जुड़ा रहा जब ओडिशा के पुरी, भगवान जगन्नाथ की पावन भूमि से देश के माननीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस राष्ट्रव्यापी अभियान की विधिवत शुरुआत की।
कृषि को आत्मनिर्भरता की ओर ले जाने की पहल
“विकसित कृषि संकल्प अभियान” भारत सरकार की एक दूरदर्शी और महत्वाकांक्षी योजना है, जिसका उद्देश्य देश की कृषि प्रणाली को आधुनिक तकनीकों, नवाचार और वैज्ञानिक दृष्टिकोण से सुसज्जित कर आत्मनिर्भरता की दिशा में अग्रसर करना है। यह अभियान किसानों के जीवन में स्थायी सकारात्मक बदलाव लाने के साथ-साथ भारत को एक समृद्ध कृषि राष्ट्र बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, “यह अभियान केवल एक सरकारी योजना नहीं है, बल्कि यह भारत के अन्नदाताओं के जीवन में समृद्धि लाने का एक व्यापक जनआंदोलन है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में यह पहल किसानों को आधुनिक तकनीकों से जोड़कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाएगी।” उन्होंने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार राज्य के किसानों को हरसंभव सहायता और संसाधन उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है।
यह अभियान देशभर के 700 जिलों में संचालित किया जाएगा, जिसमें 2,000 से अधिक कृषि वैज्ञानिकों की टीमें शामिल होंगी। इन विशेषज्ञों के माध्यम से लगभग 1.5 करोड़ किसानों तक उन्नत कृषि तकनीकों, वैज्ञानिक समाधान और प्रशिक्षण की जानकारी पहुंचाई जाएगी। अभियान का उद्देश्य सतत खेती को बढ़ावा देना, जलवायु-स्मार्ट कृषि को अपनाना और कृषि उत्पादकता में वृद्धि करना है।
कृषिमंत्री राम विचार नेताम ने अपने संबोधन में कहा, “यह अभियान किसानों के बीच वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देने, नवीनतम कृषि पद्धतियों को अपनाने और स्थानीय स्तर पर कृषि नवाचार को प्रोत्साहित करने का कार्य करेगा। किसानों को मिट्टी परीक्षण, उन्नत बीजों, जैविक खेती, जल संरक्षण और विपणन की आधुनिक तकनीकों की जानकारी दी जाएगी।”
कृषि में नवाचार और डिजिटल तकनीक का समावेश “विकसित कृषि संकल्प अभियान” के अंतर्गत किसानों को डिजिटल उपकरणों और मोबाइल एप्स के माध्यम से समय-समय पर जानकारी दी जाएगी। इससे किसानों को न केवल मौसम की जानकारी मिलेगी, बल्कि उन्हें फसलों की स्थिति, बाजार मूल्य और सरकारी योजनाओं की जानकारी भी सहजता से उपलब्ध होगी। अभियान का उद्देश्य ग्रामीण भारत में डिजिटल साक्षरता को भी बढ़ावा देना है।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्थानीय किसान, कृषि विशेषज्ञ, पंचायत प्रतिनिधि और छात्र-छात्राएं उपस्थित थे। किसानों ने इस अभियान के प्रति उत्साह दिखाते हुए उम्मीद जताई कि इससे उनकी आय में वृद्धि होगी और वे कृषि को एक स्थायी और लाभकारी व्यवसाय बना सकेंगे। समापन और आगे की दिशा शुभारंभ समारोह के अंत में एक कृषि प्रदर्शनी का आयोजन भी किया गया, जिसमें आधुनिक उपकरणों, ड्रिप सिंचाई प्रणाली, स्मार्ट खेती और सौर ऊर्जा आधारित तकनीकों का प्रदर्शन किया गया।
मुख्यमंत्री और अन्य गणमान्य अतिथियों ने प्रदर्शनी का अवलोकन कर नवाचारों की सराहना की। “विकसित कृषि संकल्प अभियान” न केवल भारत के कृषि परिदृश्य को एक नई दिशा देगा, बल्कि यह ग्रामीण भारत में सामाजिक-आर्थिक परिवर्तन का वाहक भी बनेगा। यह अभियान प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने की दिशा में एक ठोस कदम है, जिससे कृषि क्षेत्र में क्रांति की नींव रखी जा रही है.