The Duniyadari: छत्तीसगढ़ सरकार ने भारतीय वन सेवा (आईएफएस) के वरिष्ठ अधिकारी अरुण पाण्डेय को प्रिंसिपल चीफ कंज़र्वेटर ऑफ फॉरेस्ट (पीसीसीएफ) वाइल्ड लाइफ का अतिरिक्त प्रभार सौंपा है। यह जिम्मेदारी लंबे समय से रिक्त पड़ी थी, क्योंकि वर्ष 1988 बैच के आईएफएस अधिकारी सुधीर अग्रवाल के सेवानिवृत्त होने के बाद इस पद पर नियमित पदस्थापना नहीं की गई थी।
अरुण पाण्डेय का अनुभव
अरुण पाण्डेय राज्य वन विभाग के अनुभवी अफसरों में गिने जाते हैं। उन्होंने अपने सेवाकाल में विभिन्न पदों पर रहते हुए कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभाई हैं, विशेष रूप से वन्यजीव संरक्षण, जंगलों की सुरक्षा और जैव विविधता को सहेजने की दिशा में उल्लेखनीय कार्य किए हैं।
अतिरिक्त प्रभार के मायने
इस अतिरिक्त प्रभार के बाद राज्य में वन्यजीव प्रबंधन और संरक्षण गतिविधियों को और मजबूती मिलने की उम्मीद की जा रही है। पीसीसीएफ (वाइल्ड लाइफ) का पद अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है, जिसकी जिम्मेदारी मुख्य रूप से बाघ, हाथी और अन्य संरक्षित प्रजातियों के संरक्षण, राष्ट्रीय उद्यानों और अभयारण्यों के प्रबंधन तथा मानव-वन्यजीव संघर्ष को नियंत्रित करने जैसे संवेदनशील कार्यों से जुड़ी होती है।
भविष्य की संभावनाएं
वन विभाग से जुड़े सूत्रों का मानना है कि अरुण पाण्डेय के पास बेहतर प्रशासनिक अनुभव है और वे फील्ड स्तर पर भी सक्रिय रहते हैं। उनके नेतृत्व में विभाग को नई दिशा मिल सकती है। सरकार ने भी उम्मीद जताई है कि उनकी कार्यशैली से प्रदेश में वन्यजीव संरक्षण के क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव देखने को मिलेगा ।