न्यूज डेस्क। कर्नाटक में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. यहां एक जिंदा आदमी का डेथ सर्टिफिकेट जारी कर दिया गया. इसके बाद जिस आदमी का डेथ सर्टिफिकेट जारी किया गया है, वो पुलिस थाने के चक्कर काट रहा है.
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 40 वर्षीय शिवराज पुलिस के पास शिकायत लेकर पहुंचे कि उसका डेथ सर्टिफिकेट 5 महीने पहले ही तालुका ऑफिस ने जारी कर दिया. शिकायत पेशे से किसान हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक, मामला कोलार जिले के एम होसाहल्ली गांव का है. शिवराज ने पुलिस को बताया कि 14 दिसंबर 2021 को उनके घर के बाहर उनका ‘डेथ सर्टिफिकेट’ लगा हुआ था. ये सर्टिफिकेट 13 अगस्त 2021 को जारी किया गया था. इसमें लिखा था कि 4 अगस्त को शिवराज की मौत हो चुकी है.
शिवराज ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि उन्होंने असिस्टेंट कमिश्नर और डिप्टी कमिश्नर के पास शिकायत की थी, लेकिन वहां कोई सुनवाई नहीं हुई. इसके बाद उन्होंने पुलिस की मदद ली.
शिवराज ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि 2012 में उसकी 2.27 एकड़ की खेती की जमीन और पुश्तैनी संपत्ति को रामप्पा नाम के व्यक्ति के नाम रजिस्टर्ड कर दिया गया था. बाद में कोर्ट के आदेश पर तालुक के तहसीलदार और अन्य लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया था.
शिवराज ने फर्जी डेथ सर्टिफिकेट जारी करने पर सरकारी अधिकारी अरविंद, सदातुल्ला खान, जयराम और राजशेखर को जिम्मेदार ठहराया है. पुलिस ने इस मामले में आईपीसी की धार 323, 506, 504, 420, 157, 352 और 149 के तहत केस दर्ज कर लिया है.