जिले की शिक्षा व्यवस्था को दुरूस्त करने लगातार निरीक्षण जारी, 5 शिक्षकों को शोकाज नोटिस जारी….

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The Duniyadari: सुकमा- जिले में शिक्षा की गुणवत्ता सुनिश्चित करने कलेक्टर देवेश कुमार ध्रुव के निर्देशन तथा मार्गदर्शन में डिप्टी कलेक्टर निधि प्रधान द्वारा सुकमा जिले में संचालित सभी शासकीय विद्यालयों और आश्रम शालाओं का औचक निरीक्षण किया जा रहा है। निरीक्षण के दौरान कई शिक्षकों की लापरवाही उजागर हुई, जिसके संबंध में 5 शिक्षकों को कारण बताओ सूचना पत्र जारी किया गया है।

शिक्षकों के ऊपर कार्यवाही  : 

बालक आश्रम पाकेला में निरीक्षण के दौरान अशोक ठाकुर, सहायक शिक्षक को 23 जुलाई 2025 को विद्यालय परिसर में नशे की हालत में पाया गया। यह कृत्य न केवल छत्तीसगढ़ सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के नियम 23 का उल्लंघन है, बल्कि बच्चों के शैक्षणिक वातावरण पर भी प्रतिकूल प्रभाव डालने वाला माना गया है। हाई स्कूल कोर्रा में प्रभारी प्राचार्य बाबूलाल नाग 22 जुलाई 2025 को बिना किसी पूर्व अनुमति के अनुपस्थित पाए गए। संस्था में अवकाश आवेदन भी प्रस्तुत नहीं किया गया था। इससे विद्यालयीन शैक्षणिक गतिविधियाँ बाधित हुईं। शासकीय कन्या आश्रम शाला हिकमीरास में निरीक्षण के दौरान 14 जुलाई 2025 को कुमारी संगीता नाग, सहायक शिक्षक, और आर.के. बिसी, शिक्षक भी बिना किसी सक्षम अनुमति के अनुपस्थित पाए गए। इसी प्रकार, दिलीप सिंह ठाकुर, प्रधान पाठक, शासकीय कन्या आश्रम शाला हिकमीरास 10 से 14 जुलाई 2025 तक लगातार विद्यालय से अनुपस्थित रहे।

अनुशासनहीनता पर कड़ी चेतावनी  : 

कलेक्टर देवेश कुमार ध्रुव ने कहा कि शैक्षणिक कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही पाए जाने पर संबंधित शिक्षक के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी। उपर्युक्त सभी मामलों में शिक्षकों को 2 दिवस के भीतर अपना स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही यह भी स्पष्ट किया गया है कि यदि जवाब संतोषजनक नहीं पाया गया तो छ.ग. सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपील) नियम 1966 के अंतर्गत अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी, जिसकी समस्त ज़िम्मेदारी संबंधित अधिकारी की होगी।