The Duniyadari: अम्बिकापुर– भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ में आयल पाम की खेती को बढ़ावा देने के लिए प्रशिक्षण और पौधारोपण अभियान चलाए जा रहे हैं। यह अभियान राज्य में पाम तेल उत्पादन को बढ़ावा देने और किसानों की आय बढ़ाने में मदद करेगा। यह अभियान 9 जून से 9 जुलाई तक 2025 तक चलाया जाएगा।
जिले के ग्राम पंचायत सानी बर्रा के आश्रित ग्राम सुखरी भंडार में आयल पाम प्रशिक्षण एवं पौधारोपण कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ, कार्यक्रम में क्षेत्रीय विधायक राजेश अग्रवाल, जिला पंचायत अध्यक्ष निरूपा सिंह,उपाध्यक्ष देवनारायण यादव, जिला पंचायत सदस्य दिव्या सिंह सिसौदिया, उदयपुर जनपद पंचायत अध्यक्ष ओम प्रकाश सिंह उपाध्यक्ष सिद्धार्थ सिंह, सरंपच मनबोध सिंह सहित स्थानीय ग्रामीण, वहीं कलेक्टर विलास भोसकर, जिला पंचायत सीईओ विनय कुमार अग्रवाल, वरिष्ठ उद्यानिकी विकास अधिकारी टीआर दिनकर, वैज्ञानिक डॉ प्रशांत शर्मा सहित विभागीय अधिकारी कर्मचारी मौजूद थे।
इस अभियान के माध्यम से केंद्र एवं राज्य सरकार मिलकर किसानों को भरपूर अनुदान, तकनीकी मार्गदर्शन और विपणन की गारंटी दे रही हैं। इससे किसानों की आय में स्थायी रूप से बढ़ावा मिलेगा और देश में खाद्य तेलों की आत्मनिर्भरता भी सशक्त बनेगी। किसानों को पाम ऑयल की खेती से कम लागत में अधिक लाभ मिलेगा, ग्राम पंचायत सानीबर्रा के कृषक रतन, बुधराम, बलराम, जीतराम, सुखराम और इंद्रसेन ने कुल 8 हेक्टेयर में आयल पाम पौधारोपण किया गया।
यह फसल न्यूनतम सिंचाई में भी अच्छा उत्पादन का माध्यम है। इसमें कीट-रोगों का प्रभाव भी कम होता है। इस अभियान से जिले के किसान आत्मनिर्भर और समृद्ध बन सकेंगे। पाम ऑयल की खेती न केवल फायदेमंद है बल्कि देश की खाद्य तेलों पर आयात की निर्भरता को भी कम होगी।