The Duniyadari: ऐसा ही एक शर्मनाक मामला मध्यप्रदेश के कटनी जिले से सामने आया है, जहां एक प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक द्वारा स्कूली बच्चों को शराब पिलाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
यह घटना कटनी जिले के बड़वारा विकासखंड अंतर्गत ग्राम खिरहनी की प्राथमिक स्कूल का बताकर वायरल किया जा रहा है. वायरल हुए 33 सेकंड के वीडियो में शिक्षक लाल प्रताप सिंह को सात स्कूली बच्चों के साथ बैठकर देसी शराब कप में पैक बनाकर पिलाते हुए देखा जा सकता है. वीडियो में एक अन्य व्यक्ति शिक्षक के पीछे खड़ा होकर पूरी घटना का वीडियो बनाते नजर आ रहा है. वीडियो सामने आने के बाद स्थानीय प्रशासन और लोगों में भारी आक्रोश फैल गया.
जैसे ही मामला संज्ञान में आया, कटनी कलेक्टर दिलीप कुमार यादव ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी शिक्षक लाल प्रताप सिंह को निलंबित करने का आदेश जारी कर दिया. निलंबन आदेश में स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया कि यह कृत्य शिक्षक की घोर लापरवाही है, साथ ही इससे बच्चों पर भी गंभीर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है.
हालांकि, मामला यहीं नहीं थमा. जिला शिक्षा अधिकारी पृथ्वी पाल सिंह और अन्य प्रशासनिक अधिकारी आरोपी शिक्षक को बचाने की कोशिश करते नजर आए, जिससे नाराज युवा कांग्रेस ने इस मामले को और जोरशोर से उठाया. कटनी युवा कांग्रेस अध्यक्ष दिव्यांशु मिश्रा अंशु ने इस घटना की शिकायत राष्ट्रीय बाल संरक्षण अधिकार आयोग (NCPCR) में दर्ज कराई है. साथ ही कटनी पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर आरोपी शिक्षक पर आपराधिक मामला दर्ज करने की मांग की है.
लोगों में भारी आक्रोश
मिश्रा ने कहा कि बच्चों को शराब पिलाना एक गंभीर अपराध है और सिर्फ निलंबन जैसी दिखावटी कार्रवाई से समाज को संतोष नहीं मिलेगा. उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन ने महज औपचारिकता निभाते हुए निलंबन किया है, जबकि आरोपी शिक्षक पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की आवश्यकता है. युवा कांग्रेस ने चेतावनी दी है कि यदि आरोपी शिक्षक के विरुद्ध शीघ्र आपराधिक प्रकरण दर्ज नहीं किया गया, तो उग्र आंदोलन किया जाएगा.
युवा कांग्रेस ने प्रदर्शन की कही बात
इस घटना ने शिक्षा जगत को हिला कर रख दिया है और शिक्षक की भूमिका पर गंभीर प्रश्नचिन्ह खड़े कर दिए हैं. जिस व्यक्ति के हाथों में बच्चों का भविष्य सुरक्षित होना चाहिए, वही यदि बच्चों को नशे की ओर धकेलने लगे तो यह समाज के लिए बेहद चिंता का विषय है. प्रशासन पर अब दबाव बढ़ रहा है कि वह इस मामले में सख्त और पारदर्शी कार्रवाई करे, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोहराई न जा सकें.