रायपुर।तौल उपकरणों में थोड़ी भी गड़बड़ी प्रमाणित हुई, तो न केवल जब्ती की कार्रवाई होगी बल्कि संबंधित धान उपार्जन केंद्र पर तगड़ा जुर्माना भी लगाया जाएगा।
1 नवंबर से शुरू हो रही समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी व्यवस्था में इस बार जिला विधिक माप विज्ञान विभाग की भूमिका बेहद अहम होगी। तौल उपकरणों से खिलवाड़ करके ज्यादा मात्रा में उपज लेने की शिकायतें हर बरस आती रहींं हैं। लिहाजा सख्ती इस बरस कुछ ऐसी होगी, जो गड़बड़ी करने वाले उपार्जन केंद्रों को हैरान और परेशान कर सकती है।
इसलिए सतत निगरानी
समर्थन मूल्य पर होने वाली धान की खरीदी के दौरान निर्धारित से ज्यादा मात्रा में उपज लिए जाने की शिकायतें आती रहींं हैं। जांच में सही भी पाया गया है। कार्रवाई भी हुई है, लेकिन हरकतें जारी रहती हैं, इसलिए जिला विधिक माप विज्ञान विभाग ने इस बरस निरंतर जांच की योजना तैयार कर ली है।
तौल उपकरण होगा जब्त,
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सतत निगरानी और जांच में किसी भी केंद्र में छेड़छाड़ की शिकायत प्रमाणित हुई, तो तौल उपकरण फौरन जब्त कर लिया जाएगा। इसके साथ ही संबंधित उपार्जन केंद्र पर अधिकतम 10 हजार रुपए का अर्थदंड लगाया जाएगा। विभाग ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि असत्यापित उपकरण किसी भी स्थिति में स्वीकार्य नहीं होगा।
सत्यापन का काम पूरा
समर्थन मूल्य पर 1 नवंबर से शुरू हो रही धान की खरीदी के पहले जिला विधिक माप विज्ञान विभाग ने जिले के 182 धान उपार्जन केंद्रों के तौल उपकरणों का सत्यापन का काम पूरा कर लिया है। उपार्जन केंद्रों को हिदायत दी गई है कि कम या ज्यादा वजन बताने की स्थिति में विभाग को फौरन सूचना देनी होगी ताकि समय रहते समस्या दूर की जा सके।
होगी नियमित जांच
शिकायतें सही मिलने की दशा में संबंधित उपार्जन केंद्र का तौल उपकरण जब्त कर लिया जाएगा। साथ ही केंद्र पर 10,000 रुपए का अर्थदंड भी लगेगा।
– दामोदर वर्मा, निरीक्षक, जिला विधिक माप विज्ञान विभाग, बलौदा बाजार