कोरबा।दुर्गा पंडालों में इस बार बड़ी प्रतिमाएं आकर्षण का केंद्र होंगी। अग्रिम आर्डर में पहली प्राथमिकता 5 से 6 फीट की मूर्तियों को दी जा रही है।
गणेश पर्व के बाद श्री विश्वकर्मा प्रतिमा पर काम कर चुके मूर्तिकार तिलक वर्मा अब देवी प्रतिमा को आकार देने में लगे हुए हैं। रुझान को लेकर तिलक का कहना है कि बड़ा परिवर्तन प्रतिमा के आकार को लेकर देखा जा रहा है। छोटी प्रतिमा से जैसी दूरी बनाई जा रही है, वह हैरत में तो डाल रही है लेकिन बड़ी प्रतिमा की मांग, राहत के रूप में देखी जा रही है।
ऑर्डर इस ऊंचाई के लिए
कोविड के 2 बरस के दौर में छोटी प्रतिमा स्थापना की ही अनुमति थी। अब यह प्रतिबंध नहीं रहा। इसलिए ना केवल पंडालों का आकार बड़ा होने लगा है बल्कि प्रतिमा की साइज भी बड़ी हो चली है। लिहाजा समितियां 5 से 6 फीट की मूर्तियों के आर्डर दे रहीं हैं। सामान्य ऊंचाई वाली प्रतिमा के लिए आर्डर फिलहाल नहीं के बराबर है। लिहाजा निर्माण में पूरा जोर, बड़ी प्रतिमाओं पर ही हैं।
इसलिए ज्यादा कीमत
तिलक के मुताबिक 26 सितंबर से शुरू हो रहे नवरात्रि पर्व के लिए प्रतिमा की खरीदी पर 5000 से 10,000 रुपए तक खर्च करने होंगे। वजह यह है कि निर्माण सामग्री की दरों में 5 से 10 प्रतिशत की तेजी आ चुकी है। जरूरी आभूषण की कीमत जन्माष्टमी के पहले से ही बढ़ी हुई है।
मिलेंगे अस्थाई कनेक्शन
गणेश पर्व की भांति राज्य विद्युत मंडल से नवरात्रि पर भी दुर्गा पंडालों में रोशनी के लिए अस्थाई विद्युत कनेक्शन की सुविधा मिलेगी। निर्धारित आवेदन और जरूरी शुल्क के साथ समितियां संपर्क कर सकतीं हैं। जांच के दौरान अस्थाई कनेक्शन की अनुमति के कागजात नहीं मिलने पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।