नहीं माने नवा रायपुर के किसान,NRDA भवन के सामने क्रमिक भूख हड़ताल जारी

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रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी के नवा रायपुर में पिछले दो महीनों से आंदोलन कर रहे अधिग्रहण प्रभावित किसान सरकार के प्रस्ताव पर नहीं माने। अब किसानों ने आंदोलन को और तेज करने का फैसला कर लिया है। इसके तहत NRDA भवन के सामने आंदोलन के मंच पर क्रमिक भूख हड़ताल की घोषणा हुई है। पहले दिन 10 किसान उपवास पर बैठे।

आंदोलन स्थल पर नेताओं ने कहा, सरकार ने कहा है कि वे उनकी छह मांगे मान रहे हैं। लेकिन ऐसा नहीं है। उनकी तीन मांगे आंशिक रूप से मानी गई हैं। ऐसे में यह आंदोलन स्थगित नहीं होगा। आंदोलन को तेज करने के लिए अब से क्रमिक भूख हड़ताल होगी।

पहले दिन राखी गांव के कन्हैयालाल सिन्हा, कोटराभाठा के खोरबाहरा बांदे, सगुन चेलक, तूता के प्रभु बैस, झगरू पाल, पलौद के सीताराम तिवारी, उपरवारा के विष्णु साहू और खोरबाहरा पटेल, रिको के दुकालू राम सिन्हा और गणेश यादव उपवास पर बैठे। शाम को पानी पिलाकर इनका उपवास खुलवाया गया। रविवार को 10 और लाेग उपवास पर बैठने की तैयारी कर रहे हैं।

आंदोलन का नेतृत्व कर रहे नई राजधानी प्रभावित किसान कल्याण समिति के अध्यक्ष रूपन चंद्राकर ने बताया, मांगे मानी जाने तक आंदोलन जारी रखने का फैसला हुआ है। सभी ग्रामीणों ने सर्वसम्मति से सरकार का प्रस्ताव ठुकरा दिया है। चुनाव के बाद राकेश टिकैत और दूसरे राष्ट्रीय स्तर के नेता भी यहां पहुंच रहे हैं। प्रदेश के विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि भी पहुंच रहे हैं।