रायपुर/ रायगढ़। तहसील में वकीलों द्वारा की गई मारपीट के बाद आरोपियों की गिरफ़्तारी की मांग को लेकर प्रशासनिक सेवा संघ ने सोमवार से प्रदेश भर में काम बंद करने की चेतावनी दी है वहीं रायगढ़ के वकीलों ने FIR दर्ज करने के विरोध में राजस्व न्यायलय के बहिष्कार की घोषणा की है।
समझौते का प्रयास, बनी नहीं बात
इस मामले को लेकर अपर कलेक्टर कुरूवंशी की मध्यस्थता में कर्मचारी संघ और अधिवक्ता संघ के प्रतिनिधियों की बैठक हुई मगर कोई निष्कर्ष नहीं निकल सका। कर्मचारी संघ द्वारा रायगढ़ पुलिस पर वकीलों की गिरफ्तारी को लेकर लगातार दबाव बनाया जा रहा है। जिसे लेकर कर्मचारियों का प्रतिनिधि मंडल ज्ञापन सौंपने पुलिस अधीक्षक कार्यालय भी गया।
अधिवक्ता संघ ने भी सौंपा ज्ञापन
इधर अधिवक्ता संघ ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपा है, जिसमें उन पर एफआईआर वापस करने की मांग और 15 साल से एक ही कुर्सी पर जमे हुए बाबू के स्थानांतरण की मांग की गई है।
वीडियो फुटेज के आधार पर एक आरोपी गिरफ्तार
इस मामले में पुलिस पर दबाव काफी ज्यादा है। जिसका नतीजा देर रात देखने को मिला। चक्रधर नगर पुलिस द्वारा आधी रात के बाद 3 आरोपियों के घर पर दबिश दी गई, मगर तीनों अपने घर पर नहीं थे।
हालाँकि इस दौरान पुलिस ने वीडियो के आधार पर एक अन्य अधिवक्ता भुवन लाल साव को हिरासत में लेते हुए विशेष न्यायाधीश (ST-SC एक्ट) के न्यायालय में प्रस्तुत किया। जहां से उन्हें रिमांड पर भेज दिया गया।