मुजफ्फरनगर: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में पत्नी की अदला-बदली का शर्मनाक और बेहद ही हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां एक महिला ने अपने पति पर वाइफ स्वैपिंग (पत्नी की अदला-बदली) का गंभीर आरोप लगाया है. कोर्ट के निर्देश पर उत्तर प्रदेश पुलिस ने उसके पति और देवर के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
पीड़ित महिला का आरोप है कि उसका पति दिल्ली में जबरन उसे वाइफ-स्वैपिंग पार्टियों में ले जाता था और अपने ही भाई के साथ शारीरिक संबंध बनाने के लिए मजबूर करता था. इसके अलावा उसका पति अन्य लोगों के साथ वाइफ स्वैपिंग के लिए उसे मजबूर कर रहा था. महिला के मना करने के बावजूद भी उसका पति नहीं मान रहा था और वह उस पर ऐसा करने के लिए दवाब भी डाल रहा था.
पीड़िता ने मुजफ्फरनगर में अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट-प्रथम (एसीजेएम 1) अदालत में अपनी शिकायत में बताया कि उसका पति एक कारोबारी के साथ मिलकर उसे धमकाता था और जबरन ऐसी पार्टियों में ले जाता था. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, महिला की शादी जून 2021 में हुई थी, जिसके बाद वह गुरुग्राम चली गई. यह उसकी दूसरी शादी थी. पीड़िता ने बताया, “अगर मैं वाइफ-स्वैपिंग पार्टियों में जाने से इनकार करती, तो मेरे पति मुझे पीटते थे और मेरा यौन शोषण करते थे. 24 अप्रैल को मैंने गुरुग्राम के एक पुलिस स्टेशन में पहुंचने की कोशिश की, लेकिन मुझे रास्ते में मेरे पति के गुंडों ने रोक लिया. उन्होंने मुझे धमकी दी कि अगर मैंने इस बारे में किसी को बताया तो वे मुझे जान से मार देंगे.
न्यू-मंडी थाने के थाना प्रभारी सुशील कुमार सैनी के मुताबीक महिला के पति और देवर के खिलाफ धारा 376 (दुष्कर्म), 307 (हत्या का प्रयास), 323 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाने की सजा), 504 (शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान) और आईपीसी की धारा 506 (आपराधिक धमकी के लिए सजा) के तहत मामला दर्ज किया है. यह घटना गुरुग्राम में हुई है, मामले को संबंधित पुलिस स्टेशन में स्थानांतरित कर दिया जाएगा.”
जांच में खुलेगा वाइफ स्वैपिंग रैकेट का सच
मुजफ्फरनगर जैसे शहर में वाइफ स्वैपिंग का शायद यह पहला मामला है। हालांकि दिल्ली और गुड़गांव जैसे बड़े शहरों में इस तरह के मामले अक्सर सामने आते हैं। वाइफ स्वैपिंग के इस रैकेट में कितने लोग शामिल हैं? किस तरह से यह गंदा धंधा चल रहा है? इसमें किस लेवल की सोसायटी से जुड़े लोग शामिल होते हैं पुलिस अब इसकी बारीकी से जांच कर रही है। निश्चित रूप से इस तरह के मामले समाज को झकझोर कर रख देने वाले है. हमारी संस्कृति में इस तरह का मामला एक अपवाद की तरह है. जिसे शायद ही को बर्दास्त कर सके. पुलिस को इस तरह के मामले में बेहद गंभीर होने की जरूरत है ताकि समाज में लोगों की बीच इसका दुष्प्रभाव न फैले.