पुरानी पेंशन की वापसी की मांग पर शुक्रवार को स्वयंघोषित छुट्टी पर रहेंगे विद्युत कर्मी, कहीं गुल न हो जाए आपके घर की बिजली

0
585

0 ओपीएस की मांग को लेकर पॉवर कंपनी में 18 अगस्त को सामूहिक अवकाश लेकर सांकेतिक विरोध प्रदर्शन करेंगे कर्मी

रायपुर। पुरानी पेंशन स्कीम यानि ओपीए की वापसी को लेकर शासकीय कर्मियों की मांग तेज हो रही है। इसी कड़ी में 18 अगस्त शुक्रवार को बिजलीकर्मी स्वयंघोषित छुट्टी पर रहेंगे। इस तरह से एक दिन का सामूहिक अवकाश लेकर सांकेतिक विरोध प्रदर्शित किया जाएगा। छत्तीसगढ़ राज्य पावर कंपनीज अधिकारी कर्मचारी ओपीएस बहाली संयुक्त मोर्चा की अगुआई में किए जाने वाले इस अवकाश में दफ्तरों के साथ फील्ड में कार्यरत अफसर-कर्मी भी शामिल रहेंगे, जिससे आम जनों के घर पर बिजली आपूर्ति बाधित हो सकती है।

छत्तीसगढ़ राज्य पॉवर कंपनी में पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) बहाल करने की मांग को लेकर कंपनी के अधिकारी तथा कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर शुक्रवार 18 अगस्त को एक दिवसीय सामूहिक अवकाश पर रहेंगे। 9 विभिन्न यूनियन व संगठनों से जुड़े प्रदेशभर के लगभग 9 हजार अधिकारी कर्मचारी अवकाश पर रहकर प्रबंधन तक अपनी बात पहुंचाएंगे। कार्यालयीन अधिकारी-कर्मचारी के साथ ही बड़ी संख्या में मैदानी अमले के सामूहिक अवकाश में शामिल होने से बिजली आपूर्ति बाधित होने की आशंका है। इस बीच कंपनी प्रबंधन द्वारा सामूहिक अवकाश पर रहने वाले अधिकारियों तथा कर्मचारियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई का परिपत्र जारी किया गया है। परिपत्र को कर्मचारी संगठनों ने अनुचित तथा श्रम कानूनों का उल्लंघन बताया है। इससे पहले अपनी मांगों को ले कर छग.रा.वि.मं. पत्रोपाधि अभियंता संघ, छ.ग.स्टे.पा.कं. आफिसर्स एसोसिएशन, छ.रा.वि.मं. आरक्षित वर्ग अधि/ कर्म.संघ, छ.रा.वि. कर्म. जनता यूनियन, छ.ग. विद्युत कर्म. संघ (फेडरेशन), विद्युत कर्म. संघ (फेडरेशन), छ.ग. तक. विद्युत कर्म. एकता यूनियन, छ.रा.पा.क. डॉक्टर एसोसिएशन एवं छ.ग.स्टे.पा.कं. स्टेनोग्राफर एसोसिएशन के संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर कर्मी 16 जुलाई 2023 से विरोध प्रर्दशन करते हुए काली पट्टी लगाकर कार्य कर रहे हैं। इसके साथ ही 28 जुलाई 2023 को पुरानी पेंशन योजना लागू किए जाने की मांग को लेकर कंपनी मुख्यालय में बड़ी आमसभा कर चुके हैं।

…तो अगले माह 6 सितंबर से बेमुद्दत आंदोलन करेंगे: मोर्चा

छत्तीसगढ़ राज्य पावर कंपनीज अधिकारी कर्मचारी ओपीएस बहाली संयुक्त मोर्चा की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि सामूहिक अवकाश के उपरांत भी कंपनी प्रबंधन द्वारा पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) बहाल करने के संबंध में सकारात्मक निर्णय नहीं लिया जाता है, तो कंपनी के अधिकारी- कर्मचारी 6 सितंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने को बाध्य होंगे। उल्लेखनीय है कि कांग्रेस शासित राज्यों में यथा राजस्थान, हिमांचल आदि प्रदेशों में राज्य शासन के कर्मचारियों के साथ-साथ संबंधित राज्य की पॉवर कंपनियों में भी पुरानी पेंशन योजना बहाल की जा चुकी है।

प्रदेश के 3 लाख से अधिक कर्मचारियों के लिए लागू

उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य शासन के 3 लाख से अधिक कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजन पहले ही लागू कर दी है।वहीं पावर कंपनी प्रबंधन द्वारा एनपीएस वाले कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन लागू ना करके कुछ मामलों में केन्द्र सरकार के निर्णय अनुसार 23 दिसंबर के पूर्व विज्ञापित पदों पर नियुक्त कर्मियों को पुरानी पेंशन योजना का लाभ देने का निर्णय लिया है। इस प्रकार पावर कंपनी प्रबंधन मनमर्जी से एन.पी.एस. वाले राज्य विद्युत कर्मियों के हितों के साथ खिलवाड़ करते हुए केन्द्र व राज्य दोनों में लागू होने वाले कम लाभप्रद नियमों को ही खिचड़ी बनाकर लागू कर रहा है।