पुलिस परिवार ने खोला छत्तीसगढ़ सरकार के खिलाफ मोर्चा, बना डाली पॉलिटिकल पार्टी, गृहमंत्री और संसदीय सचिव के खिलाफ लड़ेंगे चुनाव

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रायपुर। Mission 2023: छत्तीसगढ़ देश का पहला ऐसा राज्य हैं जहां पुलिसवालों ने भी अपनी पॉलिटिकल पार्टी बना ली है। पुलिसवालों की नई पार्टी का नाम आजाद जनता पार्टी होगा। जो प्रदेश की सभी 90 विधानसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगी। प्रत्याशी चयन के लिए बैठकों और सभाओं का दौर भी शुरू हो चुका है।
 पुलिस परिवार आंदोलन के नेता उज्ज्वल दीवान समेत कई पूर्व पुलिसकर्मियों ने उनकी पार्टी जॉइन की है। आजाद जनता पार्टी के बैनर तले अब 90 विधानसभा सीटों में चुनाव लड़ने की तैयारी है। पार्टी में डॉक्टर, वकील और कई प्रोफेशनल्स भी जुड़ गए हैं।
आजाद जनता पार्टी के अध्यक्ष उज्ज्वल दीवान ने बताया कि वे लगातार पुलिसवालों के लिए लड़ते आए हैं, लेकिन अब उनका किसी भी पॉलिटिकल पार्टी पर भरोसा नहीं रहा, इसलिए उन्होंने खुद की पार्टी खड़ी की है। राज्य के सभी पीड़ितों को न्याय दिलाना पार्टी का मकसद होगा। प्रदेश के अलग-अलग जिलों में बैठकें हो रही हैं और लोग लगातार जुड़ते जा रहे हैं।
उज्जवल दीवान ने दावा किया है कि आने वाले दिनों में कई पीड़ित पुलिसकर्मी इस्तीफा देकर चुनाव लड़ेंगे। कुछ राज्यों को छोड़कर क्षेत्रीय पार्टियों का दबदबा देशभर में है और छत्तीसगढ़ में भी क्षेत्रीय पार्टी की मांग उठ रही थी। उज्ज्वल का ये दावा है की उनकी पार्टी अच्छी तरह से रन करेगी।

0. गृहमंत्री के खिलाफ लड़ेंगे चुनाव

PHQ से निलंबित पुलिस कॉन्स्टेबल संजीव मिश्रा का कहना है कि जब उनका इस्तीफा मंजूर होगा तब वे गृहमंत्री के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे और अगर नहीं होता है तो गृह विभाग का पीड़ित सिपाही ताम्रध्वज साहू के खिलाफ और जेल विभाग का पीड़ित कॉन्स्टेबल संसदीय सचिव के खिलाफ चुनाव लड़ेगा।

0.प्रदेश में पुलिस कर्मचारियों की संख्या

जिला बल – 63000
नगर सेना – 12000
जेल विभाग – 1500
सहायक आरक्षक – 4000
पुलिस परिवारों की कुल अनुमानित संख्या – लगभग 4 लाख 80 हजार