कोरबा । छत्तीसगढ़ के पूर्व गृहमंत्री और जिले के रामपुर क्षेत्र के भाजपा विधायक ननकीराम कंवर कोरबा के गीता देवी हॉस्पिटल के सामने उपचार में लापरवाही के चलते एक आदिवासी महिला की मौत को लेकर धरना पर बैठ गए हैं। मृतिका पहाड़ी कोरबा जनजाति से है। इस विलुप्त हो रही जनजाति को भारत सरकार ने संरक्षित घोषित कर रखा है। इसीलिए इन्हें राष्ट्रपति का दत्तक पुत्र कहा जाता है।
बता दें कि मृतिका के पति और राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र ने निजी हॉस्पिटल के खिलाफ कलेक्टर से मदद की गुहार लगाई है। राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र ने शिकायत पत्र के माध्यम से है कि जिले में संचालित गीता देवी मेमोरियल हॉस्पिटल पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए डॉक्टरो पर उचित कार्यवाही की मांग की है।
जारी पत्र के अनुसार मैं सुख सिंह, पिता ननका राम, आदिवासी पहाडी कोरबा, राष्टपति के दत्तक पुत्र हूं मैं अपने पत्नी सोनी बाई कोरवा उम्र लगभग 50 वर्ष दिनांक 09/ 02/ 2022 को मेरे बच्चो के द्वारा मेरी पत्नी जिनका हाथ में हल्का सा फैक्चर था, ईलाज कराने के लिये जिला अस्पताल कोरबा लेकर आये जिला अस्पताल के कैम्पस में शुभम नाम का व्यक्ति जिला अस्पताल में ईलाज ना कराते हुये गीता देवी मेंमोरियल में ईलाज कराने की बात कहते हुये गीता देवी मेमोरियल हास्पिटल के एच.आर स्वपनिल झॉ एवं उनके साथी जिला अस्पताल आ गये एवं मेरी पत्नी को अपने हास्पिटल में दिनांक 09/02/2022 को लगभग 2:00 बजे एडमिट करा दिये मेरी पत्नी सोनी बाई का केवल हाथ फैक्चर था, और वह पूरी तरह से स्वस्थ थी एडमिट करने के बाद अस्पताल प्रशासन व डॉक्टरो के द्वारा ऑपरेशन के नाम पर मेरी पत्नी को 03 दिन तक भूखा रखा गया, एवं कई दवाईयो का प्रयोग किया गया, साथ में हड्डी के डॉक्टर भी अस्पताल में मौजूद नहीं थे जिससे ईलाज में देरी हुई एवं इनके द्वारा दी हुई दवाईयो के कारण और कई लापरवाहियो के कारण मेरी पत्नी सोनी बाई कोरवा (राष्टपति के दत्तक पुत्र) दिनांक 12/02/2022 को रात्रि लगभग 1:15 बजे मृत्यु हो जाने की खबर अस्पताल प्रबंधन के द्वारा परिवारजन को दी गई। एवं जिला अस्पताल में दलाल सक्रिय है एवं निजी अस्पताला से साठ-गाठ है जिससे पी.एम रिपोर्ट सही आने की गुजाईश कम है। इसलिए बाहर के डॉक्टरो से पोस्ट मार्टम कराने की कृपा करे।
मै अपनी पत्नी की मृत्यु का इंसाफ चाहता हूं, हास्पिटल प्रबधन के द्वारा हमे कई प्रकार का लालच दिया गया कि हमारी शिकायत मत किजीये लेकिन मैं इंसाफ चाहता हूं तत्काल एफ.आई.आर दर्ज करते हुये स्वपनिल झॉ, डॉ बृजलाल कवची, डॉ संध्या कश्यप, एवं पूरे हास्पिटल प्रबधन पर कार्यवाही करे। अगर आपके द्वारा एफ.आई. आर दर्ज नही होती है और तत्काल कार्यवाही नही होता है तो अस्पताल के मेन रोड में परिवार सहित मृत शरीर को लेकर रोड़ में बैठने पर बाध्य होना पडेगा।