प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से करेंगे मुलाकात, राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस समारोह में होंगे शामिल

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The Duniyadari: नई दिल्ली

भारत के पहले निजी अंतरिक्ष मिशन ‘एक्सिओम-4’ का हिस्सा बनने वाले अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला आज अमेरिका से लौटकर भारत पहुंचे, जहां इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उनका भव्य स्वागत किया गया। शुक्ला के साथ मिशन के बैकअप अंतरिक्ष यात्री प्रशांत बालकृष्णन नायर भी भारत लौटे हैं।

स्वागत समारोह में केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, और इसरो (ISRO) के अध्यक्ष वी. नारायणन उपस्थित रहे। तीनों वरिष्ठ अधिकारियों ने शुक्ला का पुष्पगुच्छ और पारंपरिक शॉल भेंट कर अभिनंदन किया।

मिशन की ऐतिहासिक उपलब्धियाँ

शुभांशु शुक्ला ने एक्सिओम स्पेस के नेतृत्व में अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर कई वैज्ञानिक प्रयोगों और अंतरिक्ष अनुसंधान परियोजनाओं में हिस्सा लिया। यह मिशन भारत के अंतरिक्ष इतिहास में एक मील का पत्थर साबित हुआ है, क्योंकि यह पहली बार है जब किसी भारतीय नागरिक ने निजी साझेदारी के माध्यम से आईएसएस पर सक्रिय भूमिका निभाई है।

प्रधानमंत्री से भेंट और भविष्य की योजना

शुक्ला आज दोपहर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रधानमंत्री कार्यालय में भेंट करेंगे। इस दौरान अंतरिक्ष मिशन के अनुभव साझा करने के साथ-साथ भारत के आगामी अंतरिक्ष अभियानों पर चर्चा की जाएगी।

प्रधानमंत्री मोदी पहले ही स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से अपने भाषण में शुक्ला की उपलब्धियों की सराहना कर चुके हैं। उन्होंने इसे ‘नए भारत की उड़ान’ बताते हुए भारत के अपने अंतरिक्ष स्टेशन स्थापित करने के लक्ष्य की दिशा में एक बड़ा कदम करार दिया था।

गृहनगर की यात्रा और राष्ट्रीय समारोह में भागीदारी

प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद शुक्ला अपने गृहनगर लखनऊ की यात्रा करेंगे, जहां स्थानीय प्रशासन और आम जनता की ओर से उनका अभिनंदन समारोह प्रस्तावित है। इसके बाद वे 22-23 अगस्त को नई दिल्ली में आयोजित ‘राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस’ समारोह में भाग लेंगे, जिसमें देशभर के अंतरिक्ष वैज्ञानिक, छात्र, और नीति-निर्माता हिस्सा लेंगे।

भावुक सोशल मीडिया पोस्ट ने जीता दिल

भारत रवाना होने से पहले शुभांशु शुक्ला ने सोशल मीडिया पर एक भावुक पोस्ट साझा की थी। इंस्टाग्राम पर विमान से साझा की गई एक तस्वीर में उन्होंने लिखा:

“भारत वापस आने के लिए विमान में बैठते ही मेरे मन में मिश्रित भावनाएँ उमड़ रही थीं। मुझे उन शानदार लोगों के समूह को पीछे छोड़कर जाने का दुख हो रहा है, जो इस मिशन के दौरान पिछले एक साल से मेरे दोस्त और परिवार थे। मैं मिशन के बाद पहली बार अपने सभी दोस्तों, परिवार और देश के सभी लोगों से मिलने के लिए उत्साहित हूँ। मुझे लगता है ज़िंदगी यही है – सब कुछ एक साथ।”

देश को गर्व

भारत की अंतरिक्ष एजेंसी इसरो और निजी क्षेत्र के सहयोग से अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में एक नया युग प्रारंभ हो चुका है। शुभांशु शुक्ला जैसे युवाओं की सफलता आने वालीपीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनेगी।