नई दिल्ली। नई दिल्ली के पश्चिम विहार पूर्व इलाके में कर्ज में डूबे पति ने पत्नी के पैसे हड़पने के लिए लूटपाट की झूठी कहानी पुलिस को सुनाई। जांच के दौरान जब मामला खुला तो पुलिस ने शिकायतकर्ता को ही गिरफ्तार कर लिया। शातिर पति के कब्जे से दो लाख रुपए बरामद किए हैं।
ऐसे रची लूट की झूठी कहानी
बाहरी जिला पुलिस उपायुक्त समीर शर्मा ने बताया कि 29 जून को पश्चिम विहार पूर्व थाना पुलिस को रमन भोला ने लूटपाट की शिकायत की। उसने दो बदमाशों पर दो लाख रुपए लूटने की बात कही।
रमन ने बताया कि वह यूनियन बैंक से दो लाख रुपये निकालकर घर जा रहा था। घर के पास खड़ी कार से पानी की बोतल निकालने लगा। इसी दौरान एक युवक वहां आया और उनसे एक पता पूछा। अचानक किसी ने उसे पीछे से धक्का दिया। धक्का लगने से वह गिर कर बेहोश हो गया। जब होश आया तो उनके बैग से पैसे गायब थे।
पुलिस ने रमन की पत्नी प्रीति व मोहल्ले वाले से पूछताछ की। पुलिस को पता चला कि रमन को कोरोना महामारी के दौरान भारी नुकसान हुआ है और वह कर्ज में है। उनकी पत्नी एक निजी स्कूल में शिक्षिका हैं और घर में ट्यूशन भी पढ़ाती हैं।
पड़ोसियों ने बताया कि शिकायतकर्ता और उनकी पत्नी अक्सर पैसे को लेकर झगड़ा करते हैं। शक गहराने पर पुलिस ने शिकायतकर्ता को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ की, जिसमें उसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया। पुलिस ने फर्जी सूचना देने का मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
कर्ज पटाने के लिए रची थी फर्जी लूट की साजिश
उसने बताया कि वह अमेजन और फ्लिपकार्ट के लिए डिलीवरी एजेंट का काम करता था। कोरोना महामारी के दौरान उसे भारी नुकसान हुआ और वह कर्ज में डूब गया। उसे पता चला कि उनकी पत्नी ने एक प्लाट खरीदने के लिए करीब आठ लाख रुपए बचाए हैं। उसने अपना कर्ज चुकाने के लिए उसके पैसे हड़पने का फैसला किया। इसके लिए पूरी साजिश रची। पुलिस ने कार में छुपाए गए दो लाख रुपए बरामद कर लिए हैं।