बद्री अग्रवाल ने कहा – धमकाने का आरोप बेबुनियाद, राजनीतिक द्वेष की देन

28

The Duniyadari : कोरबा : जिले के तेजतर्रार युवा नेता और भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य बद्री अग्रवाल इन दिनों राजनीतिक उपेक्षा और साजिश का शिकार हो रहे हैं। आरोप है कि 8 जनवरी 2023 कांग्रेस शासनकाल का एक वीडियो दोबारा वायरल कर, बिना किसी ठोस जांच के उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है।

भाजयुमो नेता बद्री अग्रवाल ने बताया कि उन्हें सुबह अखबार पढ़ने के दौरान यह जानकारी मिली कि पोड़ीबहार निवासी रंजीत पटेल नामक व्यक्ति ने उन पर धमकाने का आरोप लगाते हुए सिविल लाइन थाने में शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने स्पष्ट किया कि वे रंजीत पटेल को न तो जानते हैं, न कभी मिले हैं और न ही किसी भी माध्यम से उनसे बातचीत हुई है। बद्री अग्रवाल का कहना है कि जिस वीडियो को आधार बनाकर यह कार्रवाई की गई, वह जनवरी 2023 का है, जब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा संगठन में इस समय नियुक्तियों का दौर चल रहा है, और इसी राजनीतिक पृष्ठभूमि में उनकी छवि धूमिल करने की मंशा से यह वीडियो दोबारा वायरल किया जा रहा है।

एसपी को सौंपा ज्ञापन

अग्रवाल ने कोरबा एसपी को लिखित शिकायत दी है, जिसमें कहा गया है कि रंजीत पटेल द्वारा झूठे आरोप लगाकर दर्ज कराई गई एफआईआर से उनकी प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची है। उन्होंने बताया कि वर्तमान समय में वे बिहार में पितृमोक्षार्थ कार्य हेतु गए हुए हैं, ऐसे में किसी को धमकाने का प्रश्न ही नहीं उठता। उनका कहना है कि यह सब उनकी सामाजिक व राजनीतिक साख गिराने के उद्देश्य से किया जा रहा है।

भाजयुमो नेता ने बताया कि इस पूरे प्रकरण से वे मानसिक और शारीरिक रूप से आहत हैं और न्याय की मांग की है।