The Duniyadari: कोरबा- जिला पुलिस अधीक्षक के लाख प्रयास के बावजूद बांकीमोंगरा क्षेत्र में बीते कई महीनों से जुए का खेल खुलेआम चल रहा है, और यह खेल अब महज शौक नहीं बल्कि धंधा बन चुका है। सूत्रों के अनुसार, यहां दिन-रात ताश की गड्डियां फेंट रही हैं और हजारों-लाखों का दांव लगाया जा रहा है।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि जुआ संचालकों को पुलिस की मौन स्वीकृति मिली हुई है। बताया जाता है कि जुआ खेलने वालों के लिए महफिलें खासतौर पर महंगी-मुर्गी और दारू के साथ सजाई जाती हैं, जिससे खिलाड़ी पूरी रात ‘खेल’ में डूबे रहते हैं।
जुआ नेटवर्क अब इतना संगठित हो चुका है कि पैसों का लेन-देन भी मोबाइल एप और ऑनलाइन ट्रांसफर से किया जा रहा है। पहले एक ही जगह बैठकर खेल होता था, लेकिन अब मोबाइल पर कॉल आते ही ठिकाना बदल जाता है, ताकि रेड की भनक न लगे।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि इस काले खेल ने युवाओं को नशे और अपराध की ओर धकेल दिया है। कई घरों में आर्थिक संकट खड़ा हो गया है, लेकिन जिम्मेदार मौन हैं।
लोगों की मांग है कि पुलिस तुरंत कार्रवाई करे, वरना यह जुआ नेटवर्क और भी खतरनाक रूप ले सकता है।