बिलासपुर के किसान खेती के मामले में पिछड़े, आर्थिक स्थिति प्रभावित हो रही

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The Duniyadari: बिलासपुर- मानसून की दस्तक के करीब तीन हफ्ते बीत चुके हैं, लेकिन बिलासपुर जिले में अब तक सामान्य से काफी कम बारिश हुई है। एक जून से अब तक औसत मात्र 40.5 मिमी वर्षा दर्ज की गई है, जबकि पिछले 10 वर्षों में इस अवधि तक औसतन 111.3 मिमी पानी गिरता रहा है।

यानी इस बार सिर्फ 36.4 प्रतिशत ही बारिश हो पाई है, जो खेती-किसानी के लिए खतरे की घंटी मानी जा रही है। कलेक्टर कार्यालय की भू-अभिलेख शाखा द्वारा जारी दैनिक वर्षा प्रतिवेदन के अनुसार जिले के सभी 12 तहसीलों में कमोबेश बारिश की यही स्थिति है। कुछ इलाकों में तो हालात और भी खराब हैं।

मस्तूरी में अब तक केवल 10.1 मिमी, रतनपुर में 14.4 मिमी और बेलतरा में सिर्फ 18.0 मिमी पानी गिरा है। ये आंकड़े इस बात की पुष्टि करते हैं कि मानसून की चाल इस बार बहुत धीमी रही है। तहसीलवार बारिश की स्थिति (01 जून से अब तक इस प्रकार है- बिल्हा: 49.0 मिमी, बोदरी: 51.9 मिमी, बेलगहना: 72.4 मिमी, सकरी: 46.6 मिमी तथा तखतपुर: 38.8 मिमी।

हालांकि बेलगहना और बोदरी जैसे क्षेत्रों में थोड़ी अपेक्षाकृत अधिक बारिश जरूर हुई है, लेकिन यह भी औसत से काफी कम है। जिले में अब तक कुल 486.3 मिमी वर्षा दर्ज की गई है, जबकि पिछले 10 सालों में इस समय तक यह आंकड़ा करीब 1335.3 मिमी होता था।

बिलासपुर जिले में धान की खेती प्रमुख है, और रोपाई का समय नजदीक आ चुका है। लेकिन नमी की कमी के कारण किसान अब भी खेतों की तैयारी नहीं कर पा रहे हैं। जो किसान पहले ही बीज डाल चुके हैं, वे अब पानी की कमी से परेशान हैं।