The Duniyadari : बिलासपुर। जिले में मंगलवार को हुए दर्दनाक रेल हादसे के बाद विपक्ष ने सरकार और रेलवे प्रशासन पर सवाल खड़े कर दिए हैं। नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत बुधवार को सिम्स और रेलवे अस्पताल पहुंचे, जहां उन्होंने घायल यात्रियों का हाल जाना और अधिकारियों से पूरी घटना की जानकारी प्राप्त की।
पत्रकारों से बात करते हुए महंत ने कहा कि हादसे की जिम्मेदारी केंद्र सरकार पर है। उन्होंने आरोप लगाया कि रेल मंत्री को निर्णय लेने की पूरी स्वतंत्रता नहीं है और प्रधानमंत्री के गलत प्रबंधन के कारण लगातार दुर्घटनाएँ हो रही हैं। महंत ने दावा किया कि मौत के वास्तविक आंकड़े दबाए जा रहे हैं। उनके अनुसार, मृतकों की संख्या अधिक है और आर्थिक सहायता से बचने के लिए आंकड़ा कम बताया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि मालगाड़ियों को प्राथमिकता देने की नीति कई बार आम यात्रियों की सुरक्षा पर भारी पड़ रही है। उन्होंने मृतकों के परिवारों को रोजगार और उचित मुआवजा देने की मांग की तथा जिम्मेदार अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की बात कही।
हादसे में 11 की मौत, 20 यात्री गंभीर रूप से घायल
लाल खदान स्टेशन के समीप गेवरा रोड-बिलासपुर मेमू ट्रेन और मालगाड़ी की भिड़ंत में अब तक 11 यात्रियों की मौत की पुष्टि हुई है। वहीं 20 लोग गंभीर रूप से घायल हैं। मृतकों में लोको पायलट, छात्रा और महिला यात्री शामिल हैं। अब तक पाँच मृतकों की पहचान कर ली गई है, जिनमें —
- विद्या सागर (लोको पायलट)
- प्रमिला वस्त्रकार
- अंकित अग्रवाल
- प्रिया चंद्रा (GGU की छात्रा)
- शीला यादव
इनकी मौत की खबर मिलते ही परिवारों में शोक का माहौल है।
घायलों की सूची जारी
रेलवे ने घायलों के नाम सार्वजनिक किए हैं। गंभीर रूप से घायल यात्रियों में—
मथुरा भास्कर (55), चौरा भास्कर (50), शत्रुघ्न (50), गीता देबनाथ (30), मेहनीश खान (19), संजू विश्वकर्मा (35), सोनी यादव (25), संतोष हंसराज (60), रश्मि राज (34), ऋषि यादव (2), तुलाराम अग्रवाल (60), अराधना निषाद (16), मोहन शर्मा (29), अंजूला सिंह (49), शांता देवी गौतम (64), प्रीतम कुमार (18), शैलेश चंद्र (49), अशोक कुमार दीक्षित (54), नीरज देवांगन (53) और राजेंद्र मारुति बिसारे (60) शामिल हैं।
मुआवजे की घोषणा
रेल मंत्रालय ने मृतक के परिजनों को 10 लाख रुपये और गंभीर घायलों को 5 लाख रुपये देने की घोषणा की है।
सामान्य घायलों को 1 लाख रुपये की सहायता दी जाएगी।
इसके अतिरिक्त, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने राज्य सरकार की ओर से —
- मृतकों के परिवार को 5 लाख रुपये
- घायलों को 50 हजार रुपये सहायता देने का ऐलान किया है।
उच्च स्तरीय जांच के आदेश
हादसे की जांच रेलवे सुरक्षा आयुक्त (CRS) को सौंपी गई है। प्रारंभिक रूप से सिग्नल सिस्टम या ट्रैक बदलने की प्रक्रिया में तकनीकी चूक की आशंका जताई जा रही है, लेकिन आधिकारिक पुष्टि जांच रिपोर्ट के बाद ही होगी।












