रायपुर । प्रदेश में सोमवार को दो रेंज आइजी, दो कलेक्टर व आठ जिलों के एसपी बदल दिए गए हैं। यह सरकार की बड़ी प्रशासनिक सर्जरी का छोटा हिस्सा माना जा रहा है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के विधानसभा क्षेत्रों के दौरे के बाद इससे बड़े बदलाव की तैयारी चल रही है। इसके लिए दो वर्ष का कार्यकाल पूरा कर चुके कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक की सूची तैयार की जा रही है। ऐसे करीब दर्जनभर अफसर हैं। इनमें अच्छा काम कर रहे अफसरों को दूसरे जिलों में मौका दिया जाएगा। यह बदलाव अलगे वर्ष नवंबर- दिसंबर में होने वाले विधानसभा चुनावों को ध्यान में रख कर किया जाएगा।
आला अफसरों के अनुसार कलेक्टर और पुलिस अधीक्षकों का तबादला आदेश जून के अंत में या जुलाई में जारी हो सकता है। वह सूची चुनाव आयोग के नियमों और मापदंडों को ध्यान में रखकर किया जाएगा। आयोग के नियमों के अनुसार तीन वर्ष या उससे अधिक समय से एक ही स्थान पर पदस्थ अफसरों का तबादला करना पड़ता है। इस लिहाज से मई और अक्टूबर से 2020 से जिलों में पदस्थ अफसर इस दायरे में आएंगे। इनकी ही सूची तैयार की जा रही है। सूत्रों के अनुसार जिन कलेक्टर और एसपी का प्रदर्शन ठीक है उन्हें दूसरे जिलों में जिम्मेदारी दी जाएगी।
चार कलेक्टर और तीन एसपी होंगे बाहर
खबरीलाल की माने तो चार जिलों के कलेक्टर और तीन जिलों के एसपी का प्रदर्शन सरकार की अपेक्षा के अनुरुप नहीं है। इनके खिलाफ सत्ताधारी पार्टी के कार्यकर्ताओं की तरफ से कई शिकायतें हैं। कुछ कलेक्टरों के खिलाफ सरकार की महत्वाकांक्षी योजनों के क्रियान्वयन में रुचि नहीं लेने जैसी भी शिकायते हैं। ऐसे में इन अफसरों की कलेक्टरी और कप्तानी छीन सकती है।