न्यूज डेस्क।भोपाल मध्यप्रदेश लोकायुक्त ने रिटायर वरिष्ठ आईएएस अधिकारी राधेश्याम जुलानिया के खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायत पर केस दर्ज कर अपनी जांच शुरु कर दी है। जुलानिया पर जल संसाधन विभाग के ठेकेदार फर्म अर्नी इन्फ्रा से 99.50 लाख रुपए अपने बैंक खाते में लेने के आरोप हैं।
चंद दिनों पहले ही मप्र लोकायुक्त संगठन ने प्रदेश के 1985 बैच के पूर्व आईएएस राधेश्याम जुलानिया के खिलाफ भ्रष्टाचार का प्रकरण दर्ज कराया है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के करीबी बताए जाते हैं जुलानिया. भोपाल-चिकित्सा शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव राधेश्याम जुलानिया के खिलाफ लोकायुक्त में की गई थी शिकायत. आरोप है कि उनके पद में रहते 3.10 करोड़ का हॉस्पिटल फर्नीचर ख़रीदी में गड़बड़ी हुई जिसके लिए जुलानिया जिम्मेदार हैं.
सूत्रों के मुताबिक भंडार क्रय नियमों का उल्लंघन कर सीधे गोदरेज कंपनी से की 3.10 करोड़ की खरीद की गई. आरोप है कि मध्यप्रदेश में हजारों करोड़ के घोटाले सिंचाई विभाग में किए गए हैं. तत्कालीन प्रमुख सचिव राधेश्याम जुलानिया मध्य प्रदेश के द्वारा भ्रष्टाचार को छुपाया गया जिसकी शिकायत प्रधानमंत्री जी से की गई थी किंतु कोई कार्यवाही नहीं हुई थी लेकिन अब जुलानिया की मुश्कें कसी गई हैं.
आइएएस राधेश्याम जुलानिया पर लगे गंभीर आरोप और मामला दर्ज होने के बाद शिवराज सरकार भी बदनाम हो रही हैं क्योंकि भ्रष्टाचारियेां को संरक्षण देने का आरोप है. जुलानिया पर आरोप है कि उनकी पत्नी अनीता जुलानिया को भोपाल जिला अदालत में 23 जून पेश होने का नोटिस मिला था. टाइगर मूवमेंट एरिया में 6 सौ वर्गफीट की अनुमति लेकर 6 हजार वर्गफीट से ज्यादा पर निर्माण कर लिया था जिसे कोर्ट ने संज्ञान में लिया था.