BJP मिशन 2024: गुजरात विधानसभा चुनावों (Gujarat Assembly Elections 2022) में बंपर जीत हासिल करने के बाद भारतीय जनता पार्टी 2024 की तैयारी में जुट गयी है। BJP ने 2024 के लोकसभा चुनावों (Lok Sabha Polls 2024) के लिए एक विस्तृत संगठनात्मक योजना तैयार की है, जिसमें केंद्रीय मंत्रियों से लेकर बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं तक पार्टी के हर सदस्य को शामिल किया जाएगा।
BJP की लोकसभा प्रवास योजना
भाजपा ने साल 2022 में लोकसभा प्रवास योजना (Lok Sabha Pravas Yojana) शुरू की थी। जिसके तहत मंत्रियों सहित पार्टी नेताओं को 2024 के आम चुनावों के लिए उन मुश्किल निर्वाचन क्षेत्रों को संभालने का जिम्मा सौंपा गया है, जहां पार्टी 2019 के आम चुनावों में उपविजेता या तीसरे स्थान पर रही थी, या बहुत ही कम अंतर से जीती थी। प्रवासी योजना के शुरूआती चरण में देश भर से ऐसे 144 निर्वाचन क्षेत्रों की पहचान की गई थी, जिन्हें अब बढ़ाकर 160 कर दिया गया है।
प्रारंभिक चरण में 160 निर्वाचन क्षेत्र (Constituencies) हैं शामिल
बीजेपी की लोकसभा प्रवास योजना के तहत शॉर्टलिस्ट किए गए निर्वाचन क्षेत्रों में से प्रत्येक एक क्लस्टर का हिस्सा होगा जिसके लिए एक मंत्री या पार्टी के वरिष्ठ नेता को प्रभारी के रूप में नियुक्त किया जाएगा ताकि संगठन को मजबूत किया जा सके और कार्यकर्ताओं को प्रेरित किया जा सके। 2019 के चुनावों में भाजपा ने 436 सीटों पर चुनाव लड़ा था, जिनमें से 303 पर जीत हासिल की थी।
कहां स्थित हैं ये निर्वाचन क्षेत्र?
भाजपा का ज्यादा ध्यान दक्षिणी और पूर्वी राज्यों पर केंद्रित है, जहां पार्टी ने अभी तक खुद को स्थापित नहीं किया है। पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, केरल और ओडिशा के साथ-साथ सूची में उत्तर प्रदेश और बिहार के निर्वाचन क्षेत्र भी शामिल हैं। महाराष्ट्र में पार्टी ने 16 निर्वाचन क्षेत्रों को चिन्हित किया है। बंगाल में सूची में 19 निर्वाचन क्षेत्र हैं।
कैसे काम करेगी BJP की कार्यसमिति?
इस कार्य योजना के तहत, प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र के लिए एक नेता प्रभारी होगा। विभिन्न सरकारी कल्याणकारी योजनाओं के वितरण और कार्यान्वयन पर जानकारी एकत्र करने और तैयार करने के लिए – केंद्रीय, स्थानीय और जिला स्तरों पर एक त्रि-स्तरीय समिति का गठन किया जाएगा। इन मंत्रियों को स्थानीय संगठन का इस्तेमाल करते हुए हर विधानसभा क्षेत्र की जनसांख्यिकी का स्वरूप तैयार करना होगा।
ये समितियां उन बूथों और ब्लॉकों की जांच करेंगी जहां पिछले कुछ चुनावों में बीजेपी उम्मीदवारों का प्रदर्शन खराब रहा है। स्थानीय नेतृत्व से मिले फीडबैक के आधार पर सुझावों के साथ ये विवरण केंद्रीय नेतृत्व को सौंपे जाएंगे।
सोशल मीडिया पर भाजपा की उपस्थिति को मजबूत करने के लिए, समितियां एक ट्विटर हैंडल स्थापित करेंगी और प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र में कम से कम 50,000 फॉलोअर्स बनाएंगी। समितियों से कॉलेज जाने वाली लड़कियों, स्वयं सहायता समूहों (SHG) और धार्मिक नेताओं और समुदायों तक पहुंचने के लिए कहा गया है।
पीयूष गोयल, धर्मेंद्र प्रधान, भूपेंद्र यादव, नरेंद्र सिंह तोमर, गिरिराज सिंह, मनसुख मंडाविया, स्मृति ईरानी, अनुराग ठाकुर, संजीव बालियान, जितेंद्र सिंह, महेंद्र नाथ पांडे जैसे कुछ केंद्रीय मंत्रियों को क्लस्टर में प्रभारी नियुक्त किया गया है। सूत्रों ने कहा कि देश भर में 40 बीजेपी क्लस्टर हैं। मंत्रियों को निर्वाचन क्षेत्रों में कम से कम 48 घंटे बिताने का काम दिया गया है।
Amit Shah कर रहे हैं निगरानी
सांगठनिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 11 राज्यों का दौरा करेंगे। जहां शाह सीधे कार्यक्रम की निगरानी कर रहे हैं, वहीं भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा और पार्टी महासचिव (संगठन) बी एल संतोष भी इस कवायद में सक्रिय रूप से शामिल हैं। इन निर्वाचन क्षेत्रों में पार्टी को मजबूत करने के लिए मंत्रियों को 18 महीने का समय दिया गया है।