मुस्लिम शख्स कर रहा गोसेवा, खटिया पर सो रही खास गाय…

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The Duniyadari: झारखंड की राजधानी रांची में एक खास नस्ल की मेहमान गाय की दस्तक से आम लोगों के बीच गौ पालन के प्रति दोबारा रुझान बढ़ गया है.

रांची के कांके इलाके में रहने वाले पशु प्रेमी शेखावत अली ने 24 इंच की ऊंचाई वाली दुर्लभ पुंगनूर नस्ल की गाय आंध्र प्रदेश से खरीदी है, जो इन दोनों रांची में सभी की चहेती बन गई है. महज 24 इंच की ऊंचाई वाली इस दुर्लभ पुंगनूर नस्ल की गाय का नाम लाडो है, जिसे देखने के लिए और उसके साथ सेल्फी लेने के लिए लोगों की भीड़ पहुंच रही है, जिसे शेखावत अली ने अपने तबेले में बांधा हुआ है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भाजपा के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह को गौ सेवा करते हुए देखकर शेखावत अली का गौ माता के प्रति प्रेम जागृत हो गया और उन्होंने अपने अस्तबल के साथ एक घोड़ा बेच दिया. इसके बाद उन्होंने आंध्र प्रदेश से लगभग 24 इंच की ऊंचाई वाली पुंगनूर नस्ल की गाय को खरीद लिया. पुंगनूर नस्ल की गाय अपनी छोटी कद काठी के साथ-साथ लाखों में इसकी कीमत होना चर्चा का विषय है.

हाजारों रुपये लीटर दूध की कीमत

लाडो नाम की यह गाय जमीन पर रहने के बजाय ज्यादातर समय ‘खटिया’ पर व्यतीत करती है और इसके खान-पान की बात की जाए तो यह आम इंसानों की भांति गाय का ही दूध पीती है. साथ ही इसके काजू, किशमिश ,चना और गुड भी खिलाया जाता है, जो कि इसके प्रिय व्यंजन है. पशु प्रेमी शेखावत अली ने बताया कि इस नस्ल की गाय के दूध की कीमत 1500 से 2000 रुपये लीटर तक होती है. इस नस्ल की गाय महज एक से दो लीटर दूध ही देती है.

दूध में पाए जाते औषधीय गुण

इसका दूध पीने में बहुत ही अच्छा होता है. साथ ही इसमें कई औषधीय गुण भी शामिल है. इस गाय के दूध में 8 प्रतिशत फैट पाया जाता है, जो सामान्य गाय के दूध के मुकाबले दो से तीन गुना ज्यादा होता है. सामान्य गाय की दूध में 3 से 3.5 प्रतिशत ही फैट पाया जाता है. प्राचीन काल में ऋषि मुनियों के द्वारा भी इसी नस्ल की गाय का पालन किया जाता था. इसके साथ ही इस नस्ल की गाय के मूत्र के अंदर एंटी बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं, इसका इस्तेमाल खासकर आंध्र प्रदेश के किसान के फसलों पर छिड़काव के लिए करते हैं. इस नस्ल के गाय के मूत्र और गोबर दोनों ऊंचे दाम पर बेचा जाता है.