मैडम ने बच्चियों से दबवाएं पैर, शिकायत पर बोली-ट्रांसफर ही तो होगा…

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The Duniyadari: मध्य प्रदेश के सिवनी जिले के आदिवासी छात्रावास का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है. इस वीडियो में एक शिक्षिका बच्चों को पढ़ाने के बजाय उन्हें इकट्ठाकर उनसे अपना पैर दबवा रही और मालिश करा रही है. यह वीडियो सामने आने के बाद लोगों ने खूब आक्रोश प्रकट किया है. वहीं विभागीय अधिकारी मामले की जांच कराने दावा कर रहे हैं. वायरल वीडियो में नजर आ रही शिक्षिका की पहचान सुजाता मड़के के रूप में हुई है.

इस मामले में आदिवासी जनजाति विभाग की क्षेत्र संयोजक पूजा उइके से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि यह वीडियो करीब 10 से15 दिन पहले का है, लेकिन अब सोशल मीडिया में वायरल हो रही है. विभाग की ओर से इस वीडियो पर संज्ञान लेते हुए मामले की जांच शुरू कर दी गई है. उधर, इस वीडियो पर मध्य प्रदेश में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने मोर्चा खोल दिया है. उन्होंने आदिवासी बच्चों के शोषण का आरोप लगाते हुए मध्य प्रदेश सरकार से आरोपी शिक्षिका के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने की मांग की है.

नेता प्रतिपक्ष ने जताया विरोध

उमंग सिंघार ने सिवनी के आदिवासी छात्रावास में छोटी बच्चियों से मालिश करवाती शिक्षिका के वायरल वीडियो पर कड़ी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने इस मामले में भाजपा सरकार और इस सरकार की नीतियों को कठघरे में खड़ा किया. उन्होंने सोशल मीडिया पर इस घटना का विरोध करते हुए कहा कि यह बेहद शर्मनाक है. कहा कि आरोपी शिक्षिका सुजाता मड़के इस तरह की हरकत पहले भी कर चुकी है और इस मामले में वह सस्पेंड भी हो चुकी है.

विभाग ने किया सस्पेंड

बावजूद इसके, उसे ट्राइबल विभाग में नियम विरुद्ध प्रतिनियुक्ति दी गई है. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में कभी भी आदिवासियों को सम्मान नहीं मिला. बल्कि अब इस सरकार की कृपा तले अधिकारी और कर्मचारी देवी समान बेटियों का अपमान करने लगे हैं. उमंग सिंघार ने कार्यवाही की मांग करते हुए मुख्यमंत्री मोहन यादव से पूछा कि आखिर आदिवासी बच्चों के साथ यह शोषण कब रुकेगा? मोहन सरकार को इस मामले में दोषियों पर तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए. उधर, विभाग के सहायक आयुक्त ने आरोपी शिक्षिका को फिर से निलंबित कर दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है.