The Duniyadari:जगदलपुर– कमिश्नर डोमन सिंह ने कहा कि शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं का धरातल पर कारगर क्रियान्वयन कर अंतिम व्यक्ति को लाभान्वित करने के लिए सभी विभाग सकारात्मक प्रयास करें। साथ ही लोक सेवाओं की उपलब्धता पर ध्यान केंद्रीत करें। इस दिशा में मैदानी अधिकारियों एवं कर्मचारियों की नियमित उपस्थिति के साथ विभागीय कार्यों को बेहतर ढंग से सम्पादित किया जाए।
बस्तर अंचल के अंतर्गत सुरक्षा कैम्पों के समीपस्थ ग्रामों में सड़क, बिजली, पेयजल, स्वास्थ्य, शिक्षा सुविधाओं सहित पीडीएस व्यवस्था को सुनिश्चित करने के लिए सार्थक प्रयास करें। उक्त निर्देश कमिश्नर ने बुधवार को कलेक्टोरेट के प्रेरणा सभाकक्ष में संभागीय अधिकारियों की मासिक समीक्षा बैठक में दिए। उन्होंने वनाधिकार पट्टों के नामांतरण-बंटवारा प्रकरणों के निराकरण को सर्वोच्च प्राथमिकता देने कहा। साथ ही वनाधिकार पट्टों को अभिलेख कक्ष में सुरक्षित रखने सम्बन्धी कार्य में शीघ्र अद्यतन प्रगति लाने के निर्देश भी दिए।
कमिश्नर ने सुशासन तिहार में प्राप्त आवेदनों का गुणवत्तापूर्ण निराकरण पर बल देते हुए कहा कि आम जनता से प्राप्त समस्या एवं शिकायतों के निवारण हेतु ध्यान केंद्रित करें। संभाग स्तरीय अधिकारी समाधान शिविरों में जाकर जिला स्तर के अधिकारियों को मार्गदर्शन प्रदान करें। मैदानी अमले को सक्रिय रखकर प्लानिंग के साथ काम करवाएं। पेयजल व्यवस्था के लिए जल प्रदाय योजनाओं, सोलर ड्यूल पम्पों एवं हैंडपंपों का समुचित संधारण एवं संचालन सुनिश्चित किया जाए। सुधार योग्य जल प्रदाय योजनाओं तथा हैंडपंपों को अनिवार्य रूप से मरम्मत करवाया जाए। साथ ही चिन्हित समस्याग्रस्त इलाकों में ध्यान केंद्रीत कर नवीन नलकूप खनन कर हैंडपंप स्थापना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने संभाग के अंतर्गत हर घर जल प्रमाणीकरण कार्य में अद्यतन प्रगति लाने पर बल देते हुए जल जीवन मिशन के कार्यों को तेजी के साथ संचालित करने कहा। वहीं गुणवत्ता की कमी पर सम्बन्धित के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करवाकर कार्यवाही किए जाने के निर्देश दिए।
बारिश के पहले स्कूल और आश्रम-छात्रावासों का मरम्मत करने के निर्देश :
कमिश्नर ने शैक्षणिक सत्र के प्रारंभ होने के पूर्व बारिश के पहले स्कूलों तथा आश्रम-छात्रावासों की साफ-सफाई सहित मरम्मत योग्य भवनों का मरम्मत सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने इस दिशा में सम्बंधित विभागों को चिन्हित भवनों का मरम्मत तत्काल शुरू किए जाने कहा। साथ ही सड़कों और पुल-पुलिया के रखरखाव पर ध्यान देने कहा और मानसून के पूर्व आवश्यक मरम्मत कार्य सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए। कमिश्नर ने राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारियों को कोंडागांव-नारायणपुर नेशनल हाईवे के निर्माण में अद्यतन प्रगति लाने के लिए ठेकेदारों से लगातार कार्य करवाने कहा और पुलिया निर्माण कार्यों को जल्द पूर्ण किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने इस दिशा में नियमित तौर पर मॉनिटरिंग कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए।
खरीफ सीजन के लिए खाद-बीज एवं फसल ऋण की सुलभता पर करें फोकस :
कमिश्नर ने खरीफ फसल सीजन के लिए किसानों को मांग के अनुरूप खाद-बीज एवं अन्य कृषि आदान सामग्री की उपलब्धता हेतु फोकस करने पर जोर देते हुए समाधान शिविरों में बीज और बीज मिनीकिट वितरित किए जाने कहा। साथ ही फसल ऋण हेतु किसान क्रेडिट कार्ड उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने खाद-बीज एवं फसल ऋण की सहायता में विशेष पिछड़ी जनजाति वर्ग के कृषकों तथा वनाधिकार पट्टेधारकों को पहली प्राथमिकता देने कहा। साथ ही मछलीपालन एवं पशुपालन, कुक्कुटपालन, सूकरपालन, बकरीपालन इत्यादि गतिविधियों के लिए भी अधिकाधिक किसान क्रेडिट कार्ड प्रदान किए जाने के निर्देश दिए।
कमिश्नर ने सभी विभागीय योजनाओं को सेचुरेशन की स्थिति में लाने पर जोर देते हुए कहा कि चयनित योजनाओं के अंतर्गत पात्र सभी लोगों को लाभान्वित किए जाने पर ध्यान केन्द्रित करें। निर्धारित लक्ष्य के आधार पर योजना क्रियान्वयन को वरीयता दी जाए। कमिश्नर ने पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के मनरेगा, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, लखपति महिला पहल, प्रधानमंत्री आवास योजना के लक्ष्य के अनुरूप पंजीयन एवं आवास निर्माण, जियो टेगिंग के कार्य, ठोस तथा तरल अपशिष्ट प्रबंधन अंतर्गत कार्यों की प्रगति की समीक्षा किए।
अंदरूनी इलाकों में शिविर लगाकर करें आयुष्मान कार्ड पंजीयन :
कमिश्नर सिंह ने स्वास्थ्य विभाग के कार्यों की समीक्षा दौरान आयुष्मान कार्ड प्रदाय पंजीयन में जिलों के अंदरूनी इलाकों में शिविर लगाकर ग्रामीणों के कार्ड निर्माण को गति देने कहा। इस हेतु छूटे हुए व्यक्तियों को लक्षित कर पंजीयन किए जाने के निर्देश दिए। इसके अलावा आयुष्मान आरोग्य मंदिर संचालन तथा स्वास्थ्य शिविर, सिकलसेल स्क्रीनिंग की प्रगति, चिरायु योजना की प्रगति, पोषण पुनर्वास केंद्र के संचालन, राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम में चिंहाकन व उपचार की स्थिति और मोतियाबिंद जांच की स्थिति की समीक्षा करते हुए मोतियाबिंद ऑपरेशन के लिए दो आंख में पीड़ितों को पहले प्राथमिकता देने कहा। टीबी नियंत्रण हेतु निक्षय मित्र के रूप में ग्राम पंचायतों के सहयोग सहित मैदानी अधिकारियों-कर्मचारियों को प्रोत्साहित किए जाने कहा। वहीं समाजकल्याण विभाग के अंतर्गत दिव्यांगजनों को कृत्रिम अंग उपकरण प्रदान करने के लिए जल्द शिविर आयोजित कर चिन्हित दिव्यांगजनों को लाभान्वित किए जाने के निर्देश दिए। बैठक में अंदरूनी क्षेत्रों में सड़क एवं पुल-पुलिया निर्माण, विद्युतीकरण, कृषि पम्पों का ऊर्जीकरण, उचित मूल्य दुकान निर्माण, आंगनबाड़ी केन्द्र भवन निर्माण प्रगति इत्यादि की विस्तृत समीक्षा की गई। इस दौरान डिप्टी कमिश्नर आरती वासनिक एवं गीता रायस्त सहित कृषि, पशुपालन, लोक निर्माण, छत्तीसगढ़ ग्रामीण सड़क विकास अभिकरण, विद्युत वितरण कम्पनी, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, उद्योग इत्यादि विभागों के संभाग स्तरीय अधिकारी और अन्य विभागों के नोडल अधिकारी मौजूद रहे।