राज्य स्तरीय नैक पीयर टीम ने किया कमला नेहरू कॉलेज का निरीक्षण, बेहतर ग्रेडिंग के लिए प्रदान किया मार्गदर्शन

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कोरबा. शुक्रवार को राज्य स्तरीय नैक (राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद) पीयर टीम ने कोरबा के कमला नेहरू महाविद्यालय का निरीक्षण किया. नैक मूल्यांकन की तैयारियों की समीक्षा करते हुए टीम का नेतृत्व कर रहे डॉ. जीए धनश्याम उच्च शिक्षा विभाग रायपुर, टीम में शामिल डॉ. एसआर कमलेश अपर संचालक , उच्च शिक्षा विभाग बिलासपुर व जिले के लीड कॉलेज के प्राचार्य डॉ आर के सक्सेना ने नैक मूल्यांकन में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने मार्गदर्शन प्रदान किया. उन्होंने कहा कि जिले में सर्वप्रथम नैक मूल्यांकन कर ग्रेडिंग हासिल करने वाला के एन कॉलेज एक प्रतिष्ठित उच्च शिक्षण संस्था है. आप इस संस्था के सदस्य हैं, जिसकी प्रतिष्ठा से आपकी अपनी प्रतिष्ठा और परिवार की आजीविका से जुड़ी हुई है. इसलिए खुद अपडेट हों और अपने महाविद्यालय के अपेडट करने सतत प्रयासरत रहें.

बैठक में महाविद्यालय समिति के अध्यक्ष डॉ आर एन पाण्डेय, सचिव श्री अशोक शर्मा, प्राध्यापक-सहायक प्राध्यापकों समेत महाविद्यालय परिवार को मार्गदर्शन प्रदान करते हुए कहीं. डॉ. धनश्याम ने आगे बताया कि कोरोनाकाल में जब देशभर के सारे कार्य बंद थे, सारे काम ठप पड़े थे, उस भीषण समय में एक अकेला उच्च शिक्षा विभाग छत्तीसगढ़ ही था, जिसने लगातार वेबिनार कराए, हर एक क्राइटेरिया पर वेबिनार कराए, नोडल कॉलेज बनाए, जिला स्तरीय समिति बनी, विश्वविद्यालय स्तरीय समिति बनी, राज्य स्तरीय समिति बनी, उसके बाद लगातार आॅनलाइन बैठकें होने लगी, इवैल्यूएशन होने लगा, जिन-जिन का एक्यूआर नहीं भरा गया था, उनसे एक्यूआर भरवाया गया. उनको फिर नैक के लिए आगे बढ़ाया गया. उसके बाद सबसे पहले शासकीय कॉलेजों को टारगेट किया गया, उन पर शिकंजा कसा गया, ताकि निजी कॉलेज यह न कह पाएं कि शासन पहले उनका गला पकड़ रही है. उसका नतीजा यह निकला कि इस सितंबर माह में 140 महाविद्यालयों का नेक मूल्यांकन करा चुके होंगे. कुल शासकीय महाविद्यालयों की संख्या 211 है. तो अगर हम 211 में 140 कॉलेजों का मूल्यांकन करा ले रहे हैं तो हम 60 से 70 प्रतिशत की ओर जा रहे हैं. इसलिए आप भी विचार करें कि आपका महाविद्यालय कहां है. इस अवसर के एन कॉलेज के आईक्यूएसी प्रभारी बृजेश तिवारी ने बताया कि के एन कॉलेज इस जिले का पहला महाविद्यालय है, जिसने सर्वप्रथम वर्ष 2004 में नैक मूल्यांकन कराया था.

लीड कॉलेज हर संभव सहयोग के लिए तत्पर:- डॉ. आरके सक्सेना

अपर संचालक उच्च शिक्षा विभाग बिलासपुर डॉ. एसआर कमलेश ने भी महाविद्यालय का मार्गदर्शन किया. उन्होंने कहा कि शासन की उम्मीद में पूरी तरह से खरा उतरने का प्रयास करें. वर्तमान में जो भी तकनीकी परेशानी आ रही है, उसे सितंबर तक दूर कर नैक मूल्यांकन के तीसरे चरण की प्रक्रिया यथाशीघ्र पूर्ण करने का संकल्प लें. जिले की अग्रणी संस्था ईवीपीजी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. आरके सक्सेना ने मौजूदगी दर्ज कराते हुए मार्गदर्शन प्रदान किया. उन्होंने आश्वस्थ किया कि अग्रणी महाविद्यालय की भूमिका में डॉ. सक्सेना और उनकी पूरी टीम अपने अनुभव साझा कर कमला नेहरू महाविद्यालय के मूल्यांकन में शामिल होकर बेहतर ग्रेडिंग हासिल करने की दिशा में किए जा रहे प्रयासों को सफल बनाने हर तरह से सहयोग के लिए तत्पर है.

तय अवधि में उत्कृष्ट प्रदर्शन का प्रयास जारी:- डॉ. प्रशांत बोपापुरकर

कमला नेहरू महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. प्रशांत बोपापुरकर ने कहा कि आगामी दिनों में कॉलेज तीसरी बार नैक मूल्यांकन की प्रक्रिया में भागीदार बनने जा रहा है. आईक्यूएआर व आईआईक्यूए सितंबर तक भेजकर नैक मूल्यांकन किया जाना है. उसकी तैयारियों का आंकलन एवं मार्गदर्शन के लिए शुक्रवार को राज्य स्तरीय नैक पीयर टीम महाविद्यालय के निरीक्षण पर पहुंची थी. टीम के पदाधिकारियों से मिले मार्गदर्शन, उच्च शिक्षा विभाग छग शासन के दिशा-निर्देश अनुरूप निर्धारित अवधि में तैयारी पूर्ण कर मूल्यांकन में उत्कृष्ट ग्रेडिंग प्राप्त करने प्रयासरत रहेगा. इस दौरान प्रमुख रूप से नैक प्रभारी डॉ. बीना विश्वास, आइक्यूएसी (आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ) प्रभारी बृजेश तिवारी, महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापकगण एवं छात्र-छात्राओं ने उपस्थिति दर्ज कराते हुए टीम का मार्गदर्शन प्राप्त किया.