The Duniyadari: रायपुर पुलिस लाइन में पदस्थ प्रधान आरक्षक राम आसरा पोरते ने आत्महत्या कर ली। वह वाहन चालक के पद पर कार्यरत थे और पुलिस लाइन परिसर स्थित सामुदायिक भवन के पास फांसी लगाकर अपनी जान दी।
आत्महत्या के पीछे के कारण
मृतक के परिजनों का आरोप है कि वाहन शाखा के प्रभारी आदिराम सिंह (एमटीओ) द्वारा उन्हें कई दिनों से प्रताड़ित किया जा रहा था। उन पर लगातार दबाव बनाया जा रहा था और कुछ दिनों से उन्हें ड्यूटी से गैरहाजिर भी दिखाया जा रहा था। इसी वजह से वे गहरे तनाव में थे और आखिरकार उन्होंने यह चरम कदम उठाया।
विभागीय उत्पीड़न के प्रभाव
इस घटना ने पुलिस महकमे की कार्यप्रणाली और आंतरिक अनुशासन पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अक्सर विभागीय दबाव और वरिष्ठ अधिकारियों के अनुचित व्यवहार के चलते पुलिसकर्मी मानसिक तनाव का शिकार होते हैं। कई बार यह तनाव इतना गहरा हो जाता है कि आत्महत्या जैसे कदम उठाने पड़ते हैं।
जांच और आगे की कार्रवाई
फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है। वरिष्ठ अधिकारी पूरे मामले की बारीकी से छानबीन कर रहे हैं। हालांकि अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि आत्महत्या के पीछे सिर्फ व्यक्तिगत कारण थे या वाकई विभागीय उत्पीड़न ने राम आसरा को मजबूर कर दिया। ¹




























