The Duniyadari :
रायपुर में ड्रग्स और न्यूड पार्टी का अराजक खेल: पुलिस ने रोकथाम की कोशिशें तेज की
शहर के क्लब और फॉर्म हाउस बन रहे अय्याशी के गढ़
अमलीडीह, भाठागांव, अमलेश्वर, माना, पाटन, वीआईपी रोड, देवपुरी और खमतराई के पब और क्लबों में हेरोइन, कोकेन, MDMA, गांजा और सूखे नशे का लगातार इस्तेमाल हो रहा है। शुक्रवार, शनिवार और रविवार को युवाओं का जमावड़ा इन क्लबों और फॉर्म हाउस में देखने को मिलता है। “जनता से रिश्ता” के पास इस बात के पुख्ता सबूत हैं।
न्यूड पार्टी और स्ट्रेंजर पार्टी का जाल
रायपुर के कुछ क्लब और फॉर्म हाउस में ‘न्यूड पार्टी’ और ‘स्ट्रेंजर पार्टी’ आयोजित की जाती थीं। पुलिस की लगातार कार्रवाई के बावजूद शहर के रसूखदार और रईसों के बेटे इन आयोजनों में शामिल होकर करोड़ों की कमाई कर रहे थे। पूल पार्टी, क्लोज पार्टी और होटल इवेंट्स अब नशे और फूहड़ता का केंद्र बन चुके हैं।
पुलिस की कार्रवाई: गिरफ्तारियां और खुलासा
- हाइपर क्लब और SS फॉर्म हाउस के आयोजक गिरफ्तार।
- न्यूड पार्टी के लिए सोशल मीडिया पर प्रचार किया गया था। एंट्री फीस 40 हजार से 1 लाख रुपए तय।
- VIP रोड के जेम्स बेक, संतोष जेवानी और अजय महापात्रा समेत 8 लोग मुख्य आरोपियों में शामिल।
- पुलिस ने मोबाइल, पेमेंट ट्रांजेक्शन और सोशल मीडिया पेजों का ट्रैक किया।
पूल और क्लोज पार्टी का पूरा खेल
- पूल पार्टी में न्यूड और ड्रग्स का इस्तेमाल होना तय था।
- क्लोज पार्टी में 18-20 लोग शामिल, एंट्री फीस 40 हजार और कपल के लिए 1 लाख।
- रूम की व्यवस्था और हाई प्राइस पार्टी की तैयारी, हेरोइन और MDMA जैसी नशीली चीजें भी शामिल।
रायपुर में पार्टियों का इतिहास और बढ़ता क्रेज
- 2012: VW कैन्यन पूल पार्टी ने पहली बार शहर में हंगामा मचाया।
- नियमों के बावजूद होटल और फॉर्म हाउस संचालकों ने नियमों की अवहेलना जारी रखी।
- क्वींस क्लब, हाइपर क्लब, IP क्लब और VW कैन्यन होटल में विवाद, गोलीकांड और मारपीट के कई मामले।
क्लब और फॉर्म हाउस का फैलता नेटवर्क
- तेलीबांधा, VIP रोड, फुंडहर और माना रोड तक 20-30 क्लब सक्रिय।
- नया रायपुर, पंडरी, डीडी नगर में भी क्लब संचालित।
- पुलिस और प्रशासन के नियम ज्यादातर कागजों तक ही सीमित, रातभर खुली पार्टियों से सुरक्षा और अनुशासन पर सवाल।
शहर की संस्कृति और परंपरा खतरे में
अश्लीलता, ड्रग्स और अय्याशी के कारण रायपुर महानगरों जैसे दिल्ली, मुंबई और कोलकाता की तरह सुर्खियों में है। नियमों की अनदेखी और अनियंत्रित क्लब कल्चर से न केवल युवाओं की सुरक्षा खतरे में है, बल्कि शहर की संस्कृति और परंपरा भी कमजोर पड़ रही है।