The Duniyadari: राजस्थान के जोधपुर में आपको राशन पाना है तो आपके पास कोई तौलिया कंबल होना जरूरी है. राशन लेने के लिए यह शर्त थोड़ी अजीब है लेकिन जरूरी है. जोधपुर में इसके बिना आप राशन की दुकान पर आई स्कैन करेंगे तो वह सही नहीं होगी. ऐसे में इससे राशन लेने में देरी होती है, इसलिए राशन विक्रेता ने फरमान जारी कर दिया कि अंधेरे की व्यवस्था उचित मूल्य का सामान लेने वालों को खुद करनी होगी.
लोग अपने घर से कंबल तौलिया लेकर राशन की दुकान पर जाते हैं और अपना सिर ढककर यह तकनीकी प्रक्रिया पूर्ण कर रहे हैं. कहने को तो ऐसे हालात पूरे प्रदेश में होने चाहिए लेकिन ज्यादातर परेशानी उन दुकानों पर आती है जो दुकान खुले में और धूप की रोशनी में चलती हैं. राशन विक्रेता अपना काउंटर बाहर लेकर बैठता है, वहां इसकी ज्यादा जरूरत होती है.
जोधपुर शहर के ही कई वार्ड में ऐसे हालात नज़र आ रहे हैं, जहां लोग कंबल और तौलिया लेकर साथ आते हैं, और अंधेरे में अपनी आई स्कैन करते हैं. साथ ही थंब में इंप्रेशन कर राशन सामग्री लेकर जाते हैं. विभाग के अधिकारी भी इस बात को मानते हैं. जोधपुर के डीएसओ द्वितीय अश्विनी गुर्जर का कहना है आई स्कैनर मशीन अंधेरे में सही काम करती है.
बिना अंधेरे के नहीं होता सही आई स्कैन
गुर्जर ने कहा कि राशन का सामान लेने वाले लोगों को इस परेशानी से मुक्त करने का एक ही तरीका है. राशन की दुकानों पर ही एक ऐसा कोना बने जहां अंधेरा हो, लेकिन दुकान इतनी बड़ी नहीं होती है कि जहां ऐसी व्यवस्था हो सके. ऐसे में सरकार के इस फरमान की पालना तो ऐसे ही करनी पड़ेगी. एक राशन विक्रेता ने बताया कि बिना अंधेरे के आई स्कैन सही नहीं होता है बार-बार एरर आता है इससे समय भी ज्यादा लगता है इसलिए यह रास्ता अपनाया गया है.
फर्जीवाड़ा रोकने के लिए व्यवस्था लागू
राशन की दुकान पर मिलने वाली उचित मूल्य सामग्री लेने में फर्जीवाड़ा नहीं हो उसे रोकने के लिए सरकार ने दो तरह का तकनीकी वेरिफिकेशन लागू किया है. इसमें थंब इंप्रेशन और आई स्कैन किया जाता है, जिसके लिए नई पोस मशीन सरकार ने उपलब्ध कराई है.