रिटायर्ड वैज्ञानिक को चाकू दिखाकर उनसे कथित तौर पर दो करोड़ रुपये नकद और सोने के गहने लूटने के आरोप में पूर्व कर्मचारी सहित पांच लोग गिरफ्तार

0
9

नई दिल्ली- दिल्ली पुलिस ने रोहिणी में रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के एक रिटायर्ड वैज्ञानिक को चाकू दिखाकर उनसे कथित तौर पर दो करोड़ रुपये नकद और सोने के गहने लूटने के आरोप में उनके एक पूर्व कर्मचारी सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया है।

अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि ये गिरफ्तारियां दो अलग-अलग अभियानों के तहत की गईं। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि घटना प्रशांत विहार इलाके में 18 अक्टूबर को दोपहर करीब 12 बजकर 50 मिनट पर हुई, जब पांच लोग कोरियर सेवा का कर्मी बनकर जबरन वैज्ञानिक के घर में घुस गए।

अधिकारी ने बताया कि जसमीन सिंह उर्फ गिफ्टी (42) और वैज्ञानिक के पूर्व कर्मचारी गौरव क्वात्रा (36) को गिरफ्तार किया गया है, जिन्होंने लुटेरों को जानकारी दी थी। इस बीच अपराध शाखा ने तीन और आरोपियों को गिरफ्तार करके उनके कब्जे से 1.1 करोड़ रुपये बरामद किए हैं।

अधिकारी ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए अपराध शाखा के दल ने कमल (22) और आशीष (22) को नरेला फ्लाईओवर के नीचे पकड़ लिया। उन्होंने बताया कि शेष आरोपियों को पकड़ने के लिए मामले में आगे की जांच जारी है।

उन्होंने बताया कि घटना के वक्त वैज्ञानिक और उनकी पत्नी घर में थे और इसी दौरान एक आरोपी ने वैज्ञानिक के पास पहुंचकर डिलीवरी के लिए कुछ कागजी काम करने का नाटक किया। अधिकारी ने बताया कि इसके बाद वे वैज्ञानिक को धकेलते हुए घर के अंदर ले गए। उन्होंने वैज्ञानिक का मुंह बंद कर दिया और चाकू दिखाकर उन्हें धमकाया तथा नकदी मांगी। उन्होंने कहा कि अपराधियों ने दंपति को वहीं रोक कर रखा और घर की दोनों मंजिलों की तलाशी ली तथा सोना और नकदी चुरा लिए। इसके बाद वे दंपति को घर के अंदर बंद कर वहां से फरार हो गए। अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज की और मामले में जांच शुरू की। इलाके से बरामद सीसीटीवी फुटेज की जांच की गई जिसमें संदिग्ध नजर आ रहे हैं।

अधिकारी ने बताया कि आरोपियों ने मोटरसाइकिल का रजिस्ट्रेशन नंबर छिपाया था, लेकिन फुटेज के जरिए उनके मार्ग का पता लगने पर वाहन के आगे लगी नंबर प्लेट की पहचान हो गई।

उन्होंने कहा कि उनके चेहरे भी एक फुटेज में रिकार्ड हो गए, जिससे पुलिस टीम ने उनकी पहचान कर ली और करोल बाग में उनका पता चला। अधिकारी ने बताया कि टीम ने गिफ्टी और कवात्रा से 10.15 लाख रुपये नकद और 1.38 लाख रुपये का नया मोबाइल फोन भी बरामद किया, जबकि बैंक खाते में जमा 2.89 लाख रुपये ‘फ्रीज’ करा दिए। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) संजय भाटिया ने कहा कि कमल (22) और आशीष (22) को नरेला फ्लाईओवर के नीचे रोका गया।

पुलिस ने कहा कि दोनों 76 लाख रुपये की नकदी से भरे दो बैग ले जा रहे थे। भाटिया ने कहा कि पांचवें आरोपी पवन सिंह (22) को भी गिरफ्तार कर लिया गया और उसके कब्जे से 34 लाख रुपये की नकदी बरामद की गई। अधिकारी ने बताया कि पूछताछ के दौरान पवन ने खुलासा किया कि उसने अपने पांच साथियों के साथ मिलकर वैज्ञानिक को लूटने की साजिश रची थी।