रिटायर्ड IAS या धनकुबेर : ईडी की छापेमारी में नोएडा अथॉरिटी में सीईओ रहे मोहिंदर सिंह के घर से मिले करोड़ों के हीरे, कैश और जेवरात

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नोएडा– प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने मेरठ स्थित शारदा एक्सपोर्ट के मालिक, उनसे जुड़े लोगों और उनकी योजनाओं में साठगांठ करने वाले सेवानिवृत्त आईएएस के यहां बुधवार को एक साथ बड़ी छापेमारी की। इस दौरान टीम ने दो के घर से 12 करोड़ के हीरे बरामद किए हैं।

यह छापा चंडीगढ़ में यूपी से सेवानिवृत्त आईएएस मोहिंदर सिंह, मेरठ के कारोबारी आदित्य गुप्ता समेत पांच लोगों के यहां मारा गया। मोहिंदर सिंह के घर से सात करोड़ रुपये के हीरे और व्यापारी के घर से पांच करोड़ रुपये के हीरे बरामद हुए। इसके अलावा इस कार्रवाई में सात करोड़ रुपये का सोना, नगदी और कई संदिग्ध दस्तावेज भी मिले हैं। ईडी की दोनों टीमें बुधवार की दोपहर कार्रवाई पूरी कर लखनऊ लौट आईं। यह भी कहा जा रहा है कि एक टीम दिल्ली चली गई है। इस बारे में ईडी के अफसरों ने ज्यादा कुछ नहीं बोला।

ईडी सूत्रों के मुताबिक, शारदा एक्सपोर्ट समूह से जुड़े लोगों के मेरठ, दिल्ली, चंडीगढ़ और गोवा के ठिकानों पर मंगलवार को छापेमारी की गई थी। इस दौरान मिले कई दस्तावेजों से महत्वपूर्ण जानकारियां हाथ लगीं। इसके बाद ही ईडी की दो टीमों ने वर्ष 2011 में नोएडा के सीईओ रहे मोहिंदर सिंह के चंडीगढ़ स्थित आवास पर बुधवार तड़के दबिश दे दी। इस छापे की किसी को भनक तक नहीं लगी।

ईडी के अफसरों ने बताया कि इस पूरी कार्रवाई में तीन घरों से सात करोड़ रुपये का सोना व अन्य जेवर भी मिले हैं। इसके अलावा आलमारियों में कई ऐसे दस्तावेज मिले हैं, जिसके बारे में ये लोग जवाब नहीं दे सके। इन सभी दस्तावेजों को भी जब्त कर लिया गया है। ईडी के अफसरों ने मौके से लैपटाप व कम्प्यूटर के अलावा पांच मोबाइल भी अपने कब्जे में ले लिए हैं।

ईडी ने मेरठ स्थित शारदा एक्सपोर्ट से जुड़े रहे व्यापारी आशीष गुप्ता व उनके भाई आदित्य गुप्ता के घर भी छापा मारा। इस कार्रवाई के दौरान पांच करोड़ रुपये के हीरे आदित्य के घर से मिले। इन हीरों के बारे में व्यापारी संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। ईडी ने करीब पांच घंटे तक घर का कोना-कोना खंगाला। ईडी ने शारदा एक्सपोर्ट कंपनी के ठिकानों पर दूसरे दिन बुधवार को छापेमारी की। ईडी ने चंडीगढ़ में रह रहे सेवानिवृत्त आईएएस मोहिंदर सिंह के घर छापा मारकर सात करोड़ रुपये के हीरे बरामद किए हैं। यह वही मोहिंदर सिंह हैं जो नोएडा-ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एवं चैयरमैन रह चुके हैं। नोएडा में उनके कार्यकाल से जुड़े कई मामलों की जांच चल रही है।

बसपा शासनकाल में तैनाती के दौरान नोएडा-ग्रेनो प्राधिकरण में इनकी तूती बोलती थी। पांच साल तक मोहिंदर सिंह नोएडा-ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में सीईओ और चेयरमैन दोनों पदों पर काबिज रहे। सुपरटेक के ट्विन टावर मामले में इनके खिलाफ विजिलेंस में मामला दर्ज है। नोएडा-ग्रेनो में नियमों को ताक पर रखकर बिल्डरों को ग्रुप हाउसिंग भूखंड आवंटित किए गए।

दलित प्रेरणा स्थल का निर्माण उस दौरान सुर्खियों में रहा था। बताया जाता है कि रात के अंधेरे में मोहिंदर सिंह काम की प्रगति देखने मौके पर जाते थे। शारदा एक्सपोर्ट ग्रुप के प्रोपराइटर जितेंद्र गुप्ता ने कहा कि ईडी की टीम जांच करने आई। जांच में पूरा सहयोग किया गया। जांच किन बिन्दुओं पर हुई, यह तो बता नहीं सकता। मेरी कंपनी का कभी कोई गलत काम नहीं रहा है।