The Duniyadari: बिलासपुर रेलवे कोचिंग डिपो में हुए हादसे में ठेका कर्मी प्रताप बर्मन की मौत हो गई। प्रताप 23 अगस्त को वंदे भारत ट्रेन के अतिरिक्त कोच की धुलाई कर रहा था, जब अचानक 133 केवी की करंट लाइन प्रवाहित कर दी गई और वह इसकी चपेट में आ गया। घटना के बाद प्रताप को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
*मृतक के परिजनों का आरोप*
– परिजनों ने रेलवे प्रबंधन और ठेका कंपनी पर घोर लापरवाही का आरोप लगाया है।
– उन्होंने कहा कि सुरक्षा मानकों की अनदेखी करते हुए काम कराया गया और किसी ने यह सुनिश्चित नहीं किया कि काम के दौरान करंट सप्लाई बंद हो।
– परिजनों ने रेलवे प्रशासन और ठेकेदार के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कठोर कार्रवाई की मांग की है, साथ ही मृतक परिवार को उचित मुआवजा और आश्रित को नौकरी देने की मांग की है।
*साथी कर्मचारियों का आक्रोश*
– प्रताप के साथ काम करने वाले अन्य ठेका कर्मियों ने भी रेलवे पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
– उन्होंने कहा कि रेलवे के अधिकारियों की लापरवाही और सुरक्षा मानकों की अनदेखी से आए दिन कर्मचारियों की जान खतरे में रहती है।
– एक कर्मचारी ने कहा कि जब भी उनसे काम कराया जाता है, सुरक्षा उपकरण तक उपलब्ध नहीं कराए जाते और बिजली बंद किए बिना सफाई और धुलाई का काम कराना उनकी जिंदगी से खिलवाड़ है।
*रेलवे प्रशासन की प्रतिक्रिया*
– हादसे के बाद रेलवे ने कहा था कि घटना की जांच कराई जाएगी और जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
– रेलवे अधिकारियों का कहना है कि हादसे के कारणों की जांच की जा रही है और जांच रिपोर्ट के बाद ही जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई होगी।
– हालांकि अब तक जांच की प्रक्रिया धीमी है, जिससे पीड़ित परिवार न्याय की गुहार लगाता घूम रहा है।