The Duniyadari: बिहार चुनाव से पहले मुजफ्फरपुर के एसडीएम पूर्वी को जान से मारने की धमकी मिलने के बाद राज्य में सियासी हलचल तेज हो गई है. मुजफ्फरपुर में उस समय सनसनी फैल गई जब एसडीएम पूर्वी अमित कुमार को व्हाट्सएप पर जान से मारने की धमकी मिली. एसडीएम को व्हाट्सएप पर अज्ञात नंबर से मैसेज भेजकर रंगदारी मांगी गई है. एसडीएम ने जब मैसेज का जबाब दिया तो छवि धूमिल करने की धमकी दी गई. धमकी भरा मैसेज 15 अगस्त की देर शाम आया.
अमित कुमार को जदयू के एक पूर्व नेता ने व्हाट्सएप पर जान से मारने की धमकी दी है. इस घटना ने जिले के प्रशासनिक और राजनीतिक हलकों में खलबली मचा दी है. धमकी मिलने के बाद एसडीएम ने बिना देर किए सदर थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है. मामले को लेकर एसडीएम पूर्वी ने सदर थाना में सरकारी कार्य में बाधा डालने, रंगदारी मांगने ,छवि धूमिल करने समेत अन्य गंभीर धाराओं में प्राथमिक की दर्ज कराई है.
पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी संजीव कुमार राजन को पताही से गिरफ्तार कर लिया. धमकी देने वाले की पहचान पूर्व जदयू जिला उपाध्यक्ष (महानगर किसान प्रकोष्ठ) संजीव कुमार राजन के रूप में हुई है. तीन साल पहले किसान प्रकोष्ठ का महानगर उपाध्यक्ष था. वहीं जदयू जिला अध्यक्ष रामबाबू सिंह कुशवाहा ने कहा कि पूर्व में किसान प्रकोष्ठ के पदाधिकारी थे, वर्तमान में उनका पार्टी से कोई संबंध नहीं है.
आरोपी को पुलिस ने किया अरेस्ट
मामले में नगर डीएसपी टू विनिता सिन्हा ने बताया कि एफआईआर दर्ज करने के बाद पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया. उसे कोर्ट में प्रस्तुत कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. आरोपी का किसी भी राजनीतिक पार्टी से जुड़ाव होने से इनकार किया है. उनका कहना है कि आरोपी का आपराधिक रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है.
व्हाट्सएप पर दी थी धमकी
वहीं प्राथमिकी में एसडीओ पूर्वी अमित कुमार ने कहा कि वह 15 अगस्त की संध्या 7 बजकर 55 मिनट पर सरकारी काम से पताही में भ्रमण करने पहुंचे थे. इसी दौरान उनके मोबाइल पर एक अज्ञात नंबर से व्हाट्सएप पर मैसेज आया. उनसे रंगदारी की मांग की गई, धमकी दी गई और छवि धूमिल करने की धमकी दी गई है. धमकी मिलने के बाद उन्होंने सदर थाने में जिस मोबाइल नंबर से कॉल आया था. उसके धारक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है.