न्यूज डेस्क । एसडीएम ज्योति मौर्य (SDM Jyoti Maurya) और उनके पति सफाईकर्मी आलोक मौर्य (Alok Maurya) के बीच विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है. दोनों की अब तक की जिंदगी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है. यूपी के बनारस की रहने वाली ज्योति मौर्य बेहद साधारण परिवार से ताल्लुक रखती हैं. उनके पिता की एक चक्की की दुकान है. ज्योति बचपन से ही पढ़ने में तेज थी, लेकिन पिता ने ग्रेजुएशन के दौरान ज्योति की शादी प्रयागराज के रहने वाले आलोक मौर्य से कर दी.
आलोक से शादी के बाद जब ज्योति अपनी ससुराल पहुंचीं तो आलोक ने अपनी पत्नी को पढ़ा-लिखाकर कुछ बनाने की सोची. यानी आप कह सकते हैं कि ये कहानी अमिताभ बच्चन अभिनीत फिल्म ‘सूर्यवंशम’ की तरह है. उस दौरान आलोक को फोर्थ क्लास की नौकरी मिल गई थी.
जानिए कौन है ज्योति, पति और ससुर को दिया था सफलता का श्रेय
उत्तर प्रदेश के बनारस की रहने वाली ज्योति मौर्य के पिता एक छोटी सी दुकान चलाते हैं, जिस पर उनका पूरा परिवार निर्भर है. साल 2010 में ग्रेजुएशन करने के दौरान ज्योति की शादी हुई. शादी के बाद उन्होंने ग्रेजुएशन पूरा किया. ज्योति मौर्य के पति आलोक ने ग्रेजुएशन पूरा होते ही ज्योति को प्रयागराज में यूपीपीसीएस की कोचिंग करवाई.
ज्योति पढ़ने में होशियार थीं. साल 2015 में ज्योति का पीसीएस में चयन हो गया, जिसमें 16वीं रैंक हासिल की थी. जब ज्योति सफल हुईं तो अपनी सफलता का श्रेय अपने ससुर और पति को दिया था.
ज्योति ने दो जुड़वां बेटियों को दिया जन्म
यूपी के बनारस की रहने वाली ज्योति पीसीएस बनने के बाद जौनपुर, कौशांबी, प्रतापगढ़, प्रयागराज और लखनऊ में तैनात रह चुकी हैं. कई जिलों में एसडीएम रहने के बाद वर्तमान में बरेली के शुगर मिल में जीएम के पद पर तैनात हैं. ज्योति की शादी के बाद दो जुड़वां बेटियां हुईं, जो ज्योति के साथ रह रही हैं.
आलोक के पिता अध्यापक थे, अब हो चुके हैं रिटायर
वहीं ज्योति के पति आलोक मौर्य के बात करें तो आलोक प्रयागराज के रहने वाले हैं. उनके पिता पेशे से अध्यापक थे, जो कौशांबी में तैनाती के दौरान रिटायर हुए. अब वह प्रयागराज में ही अपना आवास बनाकर रह रहे हैं.
आलोक मौर्य ने अपनी पढ़ाई प्रयागराज में ही रहकर की. ग्रेजुएशन के बाद प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे थे, उसी दौरान पहली नौकरी पंचायती राज विभाग में सफाई कर्मचारी के तौर पर मिल गई. आलोक ने पुलिस विभाग में भी नौकरी पाई था, लेकिन किसी कारणवश ज्वाइन नहीं की. आलोक मौजूदा समय में पंचायती राज विभाग प्रतापगढ़ में तैनात हैं.
अब शादी का कार्ड हो रहा है वायरल
आलोक मौर्य और ज्योति मौर्य के विवाद में एक नया मोड़ सामने आया है. इसमें एक शादी का कार्ड ज्योति ने मीडिया के सामने ला दिया है. इस शादी के कार्ड में आलोक ने अपने आप को जिला पंचायत अधिकारी के तौर पर दिखाया है. वहीं ज्योति का कहना है कि इनके पति ने उनसे अधिकारी बताकर शादी की थी, लेकिन सच्चाई कुछ और निकली.
आलोक ने कहा- शादी का कार्ड मुझे फंसाने के लिए छपवाया गया
वहीं ज्योति के पति आलोक का कहना है कि यह कार्ड मुझे फंसाने के लिए छपवाया गया है, क्योंकि जब शादी हुई थी, तब ये अध्यापिका नहीं थीं, सिर्फ पढ़ रही थीं. कार्ड पूरी तरीके से झूठा है. आलोक का यह भी कहना है कि मुझ पर इल्जाम लगाने के लिए उनकी पत्नी के पास कोई एलिमेंट नहीं है तो शादी कार्ड को जरिया बना रही हैं. शादी के कार्ड में तारीख, दिन, नाम व पता तो सही है, लेकिन मेरे नाम के नीचे लिखा गया अधिकारी सही नहीं है.