The Duniyadari: राजस्थान के अलवर में हाईवोल्टेज करंट की चपेट में आने से दो कांवड़ियों की मौत हो गई, जबकि करीब 30 लाख इस दौरान घायल हो गए. दरअसल, कुछ लोग कावड़ लेकर अपने गांव लौटे थे. जल चढ़ाने से पहले गांव में एक शोभायात्रा निकाली जा रही थी, जिसमें करीब 700 से 800 लोग शामिल थे. इस बीच गांव के रास्ते पर कावड़ की झांकी से 11000 केवी हाईवोल्टेज लाइन टच हो गई और फिर झांकी के चारों तरफ कंरट फैल गया था.
अलवर के लक्ष्मणगढ़ थाना क्षेत्र के बीचगावा गांव के 27 लोग 13 जुलाई को कांवड़ लेने के लिए हरिद्वार निकले थे. शिवरात्रि के मौके पर सभी को शिव मंदिर में जल चढ़ाना था. इससे पहले बुधवार को ही गांव में कावड़ की एक शोभायात्रा निकाली गई. इस यात्रा में कावड़ियों सहित करीब 700 से 800 लोग शामिल थे. गांव में बड़ी ही धूमधाम से शोभायात्रा निकाली जा ही रही थी कि अचानक कावड़ियां की झांकी 11000 के हाईवोल्ज करंट की चपेट में आ गई.
करंट लगने से 2 कावड़ियों की मौत
झांकी जिस ट्रक पर थी, उसमें और उसके आसपास तेजी से करंट फैल गया. इस दौरान करीब 32 लोग करंट की चपेट में आ गए, जिसमें से दो की तड़प-तड़पकर मौके पर ही मौत हो गई. मृतक कावड़ियों की पहचान सुरेश प्रजापत और गोपाल प्रजापत के तौर पर हुई है. वहीं, 30 लोग करंट के कारण बुरी तरह से झुलस गए. इसमें 20 कावड़िया और 10 ग्रामीण हैं. सभी को आनन-फानन में गढ़ीसवाईराम के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
लोगों ने सड़क जाम कर विरोध किया
वहीं, 8 लोगों की हालत गंभीर होने पर उन्हें राजीव गांधी सामान्य अस्पताल के लिए रेफर किया गया है.घटना से गुस्साए गांव वालों ने लक्ष्मणगढ़-मंडावर सड़क को बंद कर दिया और फिर वह प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करने लगे. घटना की जानकारी होते ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंच गए. इसके बाद एसडीएम ने विरोध कर रहे ग्रामीणों को लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई और मुआवजे देने की बात कहकर मामले को शांत कराया.
जेईएन पर दर्ज होगी FIR
घटना की जानकारी देते हुए लक्ष्मणगढ़ एसडीएम मोकम सिंह ने बताया कि कांवड़ियों की मौत के मामले में लाइनमैन को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर किया जाएगा. साथ ही परिजनों की शिकायत पर जेईएन के खिलाफ FIR दर्ज होगी. मृतक के परिजनों को 5 लख रुपए विद्युत निगम की तरफ से मुआवजा दिया जाएगा, जबकि 5 लाख रुपए सरकारी योजना में दिए जाएंगे.