The Duniyadari : गरियाबंद। जिला मुख्यालय की सरकारी दुकान से लोगों को बांटे गए चने की गुणवत्ता पर बड़ा सवाल उठ गया है। लाभार्थियों को दिए गए सील पैक पैकेट में 80 फीसदी तक चना घुनग्रस्त और बदबूदार निकला। मजबूरी में लोगों को यह अनुपयोगी अनाज लेना पड़ा।
दुकान के सेल्समैन ने बताया कि यह खराब स्टॉक पहले से मौजूद था और अधिकारियों को सूचना भी दी गई थी। बावजूद इसके इसे वितरण के लिए बाध्य किया गया। वहीं खाद्य विभाग ने कहा है कि मीडिया से सूचना मिली है और अब मामले की जांच कराई जाएगी।
स्थानीय स्तर पर आशंका जताई जा रही है कि कहीं गुणवत्ताहीन अनाज खपाने के लिए अंदरूनी मिलीभगत तो नहीं हुई। दरअसल, पैकेट फटने के बाद अगर अनाज खराब होता तो जिम्मेदारी दुकान स्तर पर तय होती, लेकिन सीलबंद पैकेट में घुन लगना सवाल खड़े कर रहा है।
गौरतलब है कि दो साल पहले भी जिले के एक अन्य क्षेत्र में इसी तरह मानकहीन चना बांटने की कोशिश हुई थी, जिसे विरोध के बाद बदला गया। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि यह गड़बड़ी कोई नई नहीं, बल्कि पुरानी खेल की पुनरावृत्ति हो सकती है।
नागरिक आपूर्ति निगम के अधिकारियों का कहना है कि जून महीने में आए स्टॉक की गुणवत्ता जांच में सबकुछ सही पाया गया था और जल्द वितरण करने के निर्देश दिए गए थे। अब सवाल यह है कि सील पैकेट में खराब चना कैसे पहुंचा और जिम्मेदार कौन है।