न्यूज डेस्क। चंडीगढ़ के सेक्टर-41 स्थित सामुदायिक केंद्र में अमर उजाला आपके द्वार कार्यक्रम के तहत सेक्टर-41 सी और डी के लोगों के साथ संवाद किया गया। इसमें लोगों ने इलाके की समस्याएं सामने रखीं। बडहेड़ी के नत्था सिंह गिल ने कहा कि इलाके से हर दूसरे दिन गाड़ियां चोरी हो रही हैं। सूचना पर पुलिस का रटा-रटाया जवाब होता है कि थोड़ा इंतजार करो शायद मिल जाए। जब कोई ज्यादा दबाव डालता है तो पुलिस डीडीआर दर्ज कर इतिश्री कर लेती है। पुलिस पेट्रोलिंग के नाम पर महज खानापूर्ति होती है।
कृष्णा मार्केट के उपप्रधान मेहरचंद ने कहा कि मार्केट में बिल्डिंग बायलॉज के नियम तोड़ने और अतिक्रमण हटाने को लेकर बड़ा असमंजस है। एस्टेट ऑफिस अतिक्रमण का भी चालान कर देता है जबकि मार्केट निगम के अधिकार क्षेत्र में है। बड़हेड़ी निवासी अविनाश शर्मा और कृष्णा मार्केट के दुकानदार सुशील कुमार ने कहा कि एस्टेट ऑफिस जाओ तो आसानी से जानकारी मिलती नहीं अगर मिल भी जाए तो नोटिस किसी और का आ जाता है। अफसरशाही इतनी हावी है कि दुकानदारों को कोई समझना ही नहीं चाहता। नोटिस आने के बाद दुकानदार एसडीएम अदालत के चक्कर लगाता रहता है और बाद में केस रद्द हो जाता है। नीयत केवल दुकानदारों को परेशान करने की रहती है।
दुकानदार पंकज कुमार ने कहा कि मार्केट में कूड़े का अंबार लगा रहता है। पोर्टल पर शिकायत करो तो कूड़ा उठता है। कुछ दिन में फिर वैसे ही हालात हो जाते हैं। दुकानदार बलराम शाही ने कहा कि फिश मार्केट डंपिंग ग्राउंड से ज्यादा नासूर बन गई है। दुर्गंध के कारण बैठना मुश्किल हो रहा है। बडहेड़ी निवासी गुरप्रीत सिंह, अशोक कुमार ने मल्टीपर्पज हॉल बनाने का प्रस्ताव दिया ताकि पार्किंग की समस्या खत्म हो सके।
सेवानिवृत्त इंस्पेक्टर बलविंदर सिंह ने कहा कि सचिवालय की बिल्डिंग को पूरी तरह ढहाकर नए सिरे से बनाया गया है जबकि हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को बिना नींव मजबूत किए बना दिया। यही कारण है कि वहां पानी भरता है। बडहेड़ी निवासी अशोक कुमार ने कहा कि कुत्तों का इतना आतंक है कि लोग पार्क में नहीं घूम सकते, रात में नशेड़ी ग्रीन बेल्ट और पार्कों को अपना अड्डा बना लेते हैं। घूमने तक को जगह नहीं होती।
पुलिस खुद ही मानती है कि हमारे पास नहीं स्टाफ
बडहेड़ी के लखबीर सिंह ने कहा कि चोरी के प्रकरण में जब शिकायत करो तो पुलिस का कहना होता है कि चौकी में सिर्फ एक प्रभारी है। इतने बड़े क्षेत्र में एक व्यक्ति काम नहीं संभाल सकता है। सेक्टर 40-41 की रोड पर कचरे का ढेर लगा रहता है। अमित तलवार ने कहा कि रात 10 बजे तक दुकानें खुलती हैं। वहां लोग नशा करते हैं। हमने कई बार कहा कि एजी ऑफिस के मकानों के दोनों ओर गेट लगवा दिया जाए लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती है। सेक्टर-41 सी निवासी अनिल ने कहा कि पेट्रोल पंप के पीछे एस्टेट ऑफिस की जमीन है। वहां झुग्गी वालों का कब्जा है। इससे चोरी की घटनाएं बढ़ रहीं हैं।
त्योहार के बाद सलाहकार से मिलेंगे
पार्षद हरदीप सिंह ने कहा कि त्योहार के बाद यूटी प्रशासक के सलाहकार धर्मपाल से मिलेंगे। एस्टेट ऑफिस और निगम के बीच की गफलत को दूर कराने का प्रयास रहेगा। वहीं, एसएसपी से मिलकर चोरी की घटनाओं को रोकने के लिए भी प्रयास करेंगे। गंदगी को लेकर लोगों को भी जागरूक होना होगा। हम इधर-उधर कचरा नहीं फेंकेंगे तो कोई समस्या ही नहीं होगी।