रायपुर। प्रतिबंधित संगठन सिमी इंडियन मुजाहिदीन को फंडिंग करने वाले मुख्य आरोपी धीरज साव को पुलिस ने झारखण्ड से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी पिछले 9 सालों से फरार चल रहा था। बता दें इस मामले से जुड़े आरोपियों को अदालत से दस वर्ष की सजा सुनाई गई है।
2013 में थाना खमतराई में दर्ज हुआ था टेरर फंडिंग को केस
बता दें कि 2013 में थाना खमतराई में टेरर फंडिंग का अपराध दर्ज किया गया था। जिसमे ट्रांसपोर्ट नगर खमतराई निवासी धीरज साव को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। उस समय धीरज चिकन का ठेला लगाता था। पूछताछ में उसने बताया कि वह बिहार के जमुई जिले के थाना जमू अंतर्गत छुट्ट धनगांव का रहने वाला है। विगत दो वर्षो से रायपुर में रहता है।
आईसीआईसीआई बैंक में आरोपी ने खुलवाया था खाता
पूछताछ में आरोपी ने पुलिस को बताया कि 2011 में पाकिस्तान से खालिद नाम के व्यक्ति का फोन आया था और उसने लालच देते हुए कहा कि हमारे लिए काम करने पर वह लाखों रुपए कमा सकता है।
खालिद ने उससे आईसीआईसीआई बैंक में खाता खुलवाने को कहा, तब उसने इसकी जानकारी अपने मौसेरे भाई श्रवण मंडल को दिया। तब श्रवण मंडल ने उसके बताये अनुसार सरस्वती नगर आईसीआईसीआई बैंक में खाता खुलवाया था।