स्क्रैप कारोबारी का फार्महाउस बना मौत का मंच—तांत्रिक विधि या किसी की साज़िश?

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The Duniyadari : कोरबा, 11 दिसंबर।कुदरी क्षेत्र में बुधवार की शाम एक ऐसी घटना घटी जिसने पूरे शहर को सन्न कर दिया। स्क्रैप कारोबार से जुड़े अशरफ मेमन के फार्महाउस से तीन लोगों की मौत की खबर मिलने के बाद पूरा इलाका दहशत में आ गया। अशरफ मेमन, सुरेश साहू और नीतीश कुमार—ये तीनों अलग-अलग जगहों से उस फार्महाउस में पहुंचे थे, लेकिन रात होते-होते उनकी जान जा चुकी थी। मामला उरगा थाने के दायरे में आता है और घटना ने पुलिस को भी उलझा दिया है।

तांत्रिक गतिविधि की चर्चा, लेकिन तथ्य अस्पष्ट

घटना के आस-पास मौजूद लोगों ने बताया कि फार्महाउस में बिलासपुर के राजेंद्र बैगा नाम का व्यक्ति अपने कुछ परिचितों के साथ आया था। दावा किया जा रहा है कि वे किसी तरह की ‘विधि’ करने वाले थे, संभवतः झरने के पास। लेकिन स्थानीय लोगों और अशरफ के करीबियों का कहना है कि वह ऐसे किसी टोने-टोटके में यकीन ही नहीं करता था।

कमरे में घुसते गए और फिर बाहर नहीं लौटे

शाम के समय बैगा ने तीनों मृतकों को एक-एक कर कमरे के भीतर बुलाया। बाहर इंतज़ार कर रहे लोग मान रहे थे कि वे जल्दी ही लौट आएंगे, लेकिन कोई बाहर नहीं निकला। बैगा से पूछा गया तो उसने टालते हुए कहा कि किसी विशेष प्रक्रिया में बाधा नहीं डालनी चाहिए। जब देर रात तीनों को अस्पताल ले जाया गया, तब डॉक्टर केवल इतना ही कह पाए कि तीनों की सांसें पहले ही थम चुकी थीं।

गले पर दबाव वाली ‘विधि’ का शक

जांच में यह संकेत मिले हैं कि संभवतः किसी अजीब विश्वास के नाम पर गले में कोई चीज़ फंसाकर खींचने जैसी क्रिया की गई थी। शुरुआती जानकारी में नींबू और नायलॉन की रस्सी का जिक्र सामने आया है, हालांकि पुलिस अभी इसकी खुले तौर पर पुष्टि नहीं कर रही है। फंदे जैसी किसी चीज़ से वायु मार्ग बाधित होने की आशंका से इन मौतों को जोड़ा जा रहा है।

पुलिस उलझन में—हत्या, लापरवाही या अंधविश्वास?

अधिकारियों का कहना है कि अभी यह तय करना मुश्किल है कि यह हादसा किसी तरह की अंध मान्यता का नतीजा है, किसी अनजाने जाल का हिस्सा, या फिर जानबूझकर किया गया कृत्य। टीम यह भी देख रही है कि बैगा खुद क्यों सुरक्षित रहा, क्या मृतकों को कोई नशीला पदार्थ दिया गया था और क्या पीड़ितों के बीच कोई पुराना विवाद था। संदिग्धों से पूछताछ तेज़ कर दी गई है।

आईजी ने मौके का निरीक्षण किया

वारदात की गंभीरता को देखते हुए बिलासपुर रेंज के आईजी डॉ. संजीव शुक्ला खुद पहुंचे और फार्महाउस के आसपास की पूरी स्थिति की जांच की। उन्होंने पुलिस कप्तान सिद्धार्थ तिवारी को सभी पहलुओं की सूक्ष्मता से पड़ताल करने के निर्देश दिए।

शहर में असमंजस और भय

अशरफ मेमन शहर के जाने-माने कारोबारी थे, इसलिए उनकी मौत ने लोगों को गहरे सदमे में डाल दिया है। एक ही रात में तीन मौतों के कारण लोग तरह-तरह की चर्चाएँ कर रहे हैं। हर कोई जानना चाहता है कि आखिर फार्महाउस में ऐसा क्या हुआ जिसने एक ही झटके में तीन जिंदगी खत्म कर दीं।