देवास जिले के कन्नौद नगर में 4 दिन पहले हुए सनसनीखेज हत्याकांड का पुलिस ने मंगलवार को खुलासा कर दिया। हत्याकांड के पीछे मृतक की बेटी और पत्नी का ही हाथ होने की बात सामने आई है। पुलिस ने 20 हजार से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगालकर हत्या के आरोपितों तक पहुंची, इसके बाद पूछताछ में मां-बेटी को मास्टरमाइंड बताया।
बेटी ने अपने परिचित युवक व उसके दोस्त के माध्यम से पिता की हत्या करवाई थी। आरोपित दोनों युवक इंदौर के खजराना निवासी हैं और हत्याकांड वाले दिन सुबह वे पहले से ही मृतक का घटनास्थल के आसपास इंतजार कर रहे थे। सुबह करीब 7 बजे मृतक के आते ही उसे गोली मारी गई थी।
पूरे मामले का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक पुनीत गेहलोद ने पत्रकार वार्ता में बताया कि 22 नवंबर को सुबह 7 बजे 45 वर्षीय निसार पुत्र मुशर्रफ अली निवासी जत्रा मैदान कन्नौद को सतवास रोड पर उसके घर के सामने दूध लेने जाते समय अज्ञात व्यक्तियों द्वारा सीने में गोली मारी गई थी।
निसार अली को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों की पैनल द्वारा उसे मृत घोषित किया गया। सूचना पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) आकाश भूरिया, अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) कन्नौद केतन अडलक एवं थाना प्रभारी कन्नौद तहजीब काजी फोर्स के साथ अस्पताल और मौके पर पहुंचे।
घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक देवास पुनीत गेहलोद द्वारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) आकाश भूरिया के मार्गदर्शन एवं अनुविभागीय अधिकारी (कन्नौद) केतन अडलक के निर्देशन में 2 विशेष टीमों का गठन किया गया।
गठित टीम के द्वारा तकनीकी साक्ष्य, भौतिक साक्ष्य एवं मुखबिर तंत्र सक्रिय किए गए। तकनीकी साक्ष्य, भौतिक साक्ष्यों के आधार पर आरोपितों को पकड़कर प्रारंभिक पूछताछ करने पर उन्होंने वारदात को अंजाम देना स्वीकार किया।
पुलिस ने 22 वर्षीय विशाल पिता अशोक निवासी फरीदाबाद हरियाणा वर्तमान निवासी संजीवनी नगर खजराना और 19 वर्षीय दीपक पुत्र मढिया निवासी बाग टांडा जिला धार वर्तमान निवासी खजराना इंदौर, मृतक की पत्नी रूकसाना बी और बेटी सिमरन को गिरफ्तार किया है। आरोपितों को कोर्ट में प्रस्तुत कर पुलिस ने चार दिन का रिमांड लिया।
बेटी और पत्नी दोनों थी नाराज
हत्याकांड के पीछे की सनसनीखेज वजह सामने आई है। जानकारी के अनुसार मृतक निसार की बेटी आरोपित विशाल से पूर्व से ही संपर्क में थी। विशाल से करीब 1 वर्ष पूर्व सिमरन की पहचान मोबाइल गेम खेलने के दौरान हुई थी।
विशाल से पहचान की बात पता चलने पर मृतक ने बेटी का मोबाइल भी ले लिया था और उसका कहीं ओर विवाह करवाना चाहता था। रुखसाना भी पति से किसी बात पर नाराज थी। इसके बाद दोनों ने सनसनीखेज वारदात को अंजाम देने में आरोपित विशाल और दीपक की मदद ली। विशाल मेलों में झूले संचालन का काम करता था और दीपक उसका साथी था।
लगातार रेकी कर की वारदात
आरोपित घटनास्थल के आसपास 4-5 दिन से रेकी करने के बाद वारदात कर मौके से भाग गए थे। घटना के दिन आरोपित सिमरन ने जल्दी उठकर पिता को दूध लाने के लिए कहा था। पुलिस ने आरोपितों को पकड़कर उनके कब्जे से 12 बोर कट्टा, 1 खाली कारतूस एवं मोबाइल फोन जब्त किया है।
वारदात के बाद शुरुआत में किसी से रंजिश होने की बात सामने लाकर पुलिस को गुमराह भी करने का प्रयास किया गया था। पुलिस ने परंपरागत तरीकों से विवेचना की और मृतक एवं स्वजन के इंटरनेट मीडिया प्रोफाइल भी खंगाले, जिसमें कुछ संदिग्ध गतिविधियां दिखने पर पुलिस की जांच आगे बढ़ी।
टीम को एसपी ने किया सम्मानित
पुलिस अधीक्षक पुनीत गेहलोद ने बताया कि अंधेकत्ल का पर्दाफाश करने वाली टीम को 10 हजार रुपये का पुरस्कार दिया जा रहा है। उन्होंने टीआई और एसडीओपी को प्रशंसा पत्र भी सौंपे और उत्कृष्ट कार्य करने के लिए पूरी टीम का उत्साहवर्धन किया।
टीम में थाना प्रभारी कन्नौद तहजीब काजी, उनि राहुल रावत, दीपक भोंडे, प्रआर अशोक जोसवाल, मोहनसिंह, दीपक अग्निहोत्री, आर बालकृष्ण छापे, राजेंद्र, देवेंद्र, निकेतन, महेश, रविराज, योगेंद्र, मुस्कान चौहान, कामिनी जाट, निशा मेहर एवं सायबर सेल प्रआर सचिन चौहान, शिवप्रतापसिंह सेंगर, मोनू राणावत का योगदान रहा।