हिंदू वाहिनी के नेता की होटल में मौत, कांग्रेस ने मंत्री पर लगाया आरोप

175

बेंगलुरुः हिंदू वाहिनी (Hindu Vahini) के नेशनल सेक्रेटरी और सरकारी ठेकेदार संतोष पाटिल को उडुपी (Udupi) के सांभवी होटल के एक कमरे में मृत पाया गया. मृतक के 2 मित्र उसके बगल के कमरे में ठहरे थे. मृतक के कमरे से किसी तरह को कोई डेथ नोट बरामद नहीं हुआ है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. वहीं, इस मामले में कांग्रेस ने कैबिनेट मंत्री केएस ईश्वरप्पा (KS Eshwarappa) के खिलाफ FIR दर्ज कर गिरफ्तार की मांग की है.

बेलागावी के रहने वाले थे संतोष
संतोष मूल रूप से बेलागावी के रहने वाले थे और घटना के एक दिन पहले अपने 2 दोस्तों के साथ उडुपी आए थे. संतोष पाटिल पिछले दिनों उस समय चर्चा में आए थे, जब उन्होंने एक पत्र के माध्यम से प्रधानमंत्री को शिकायत की थी कि कर्नाटक (Karnataka) के RDPR मंत्री केएस ईश्वरप्पा उनके 4 पूरे किए गए कार्य का भुगतान नहीं कर रहे हैं.

कमीशन मांगने का लगाया था आरोप
उन्होंने आरोप लगाया था कि मंत्री के सहयोगी पेमेंट की एवज में उससे कमीशन की मांग कर रहे हैं. कांग्रेस (Congress) ने संतोष पाटिल के पत्र को आधार बना कर ही कर्नाटक सरकार को 40% कमीशन की सरकार होने का आरोप लगाया था. मंत्री पर आरोप लगाए जाने के बाद ईश्वरपा ने संतोष पाटिल पर मानहानि का मुकदमा भी दायर किया था.
व्हाट्सऐप से भेजे मैसेज
सूत्रों के मुताबिक, संतोष पाटिल ने सोमवार रात अपने व्हाट्सऐप (Whatsapp) से कुछ लोगो को मैसेज भी भेजे, जिसमें उसने अपनी मौत के लिये ईश्वरप्पा को जिम्मेदार ठहराया है, पर अभी तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है.

ईश्वरप्पा को ठहराया जिम्मेदार
मैसेज में उन्होंने लिखा था कि ईश्वरप्पा (KS Eshwarappa) मेरी मौत के जिम्मेदार हैं, जो कि RDPI मंत्री हैं. उन्हें सजा मिलनी चाहिए. मैंने अपनी सभी उम्मीदों और इच्छाओं से ऊपर उठकर ये निर्णय लिया है. मैं हाथ जोड़ कर विनती करता हूं कि मेरी पत्नी और बच्चों की मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री और हमारे नेता येदयुरप्पा (Yeddyurappa) मदद करेंगे. मैं मीडिया को कोटि-कोटि धन्यवाद देता हूं. मेरे साथ दोस्त संतोष और प्रशांत आए थे, उनका मेरी मौत से कुछ भी लेना देना नहीं है.

सीएम कार्रवाई करने में विफल
वहीं, इस मामले में कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया (Siddaramaiah) का कहना है कि सीएम के रूप में बोम्मई (bommai) अपने मंत्री केएस ईश्वरप्पा के खिलाफ कोई कार्रवाई करने में विफल रहे हैं, जिन्हें कैबिनेट से बर्खास्त किया जाना चाहिए. पाटिल की मौत के लिए ईश्वरप्पा जिम्मेदार हैं. उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए. पूरा राज्य जानता है कि ईश्वरप्पा एक भ्रष्ट व्यक्ति हैं.