वैदिक ज्योतिष में गुरु ग्रह को देवगुरु का दर्जा दिया गया है. कुंडली में गुरु का मजबूत होना जातक को बेहद ज्ञानवान, सुखी, सौभाग्यशाली और समृद्ध बनाता है. उसे अपने जीवन में वैवाहिक सुख मिलता है. इस समय गुरु मेष राशि में संचरण कर रहे हैं. गुरु 1 मई 2024 तक मेष राशि में रहेंगे. वहीं इस दौरान गुरु की चाल में भी महत्वपूर्ण बदलाव होगा. 4 सितंबर 2023 से गुरु वक्री हो रहे हैं. गुरु की उल्टी चाल कुछ लोगों को बहुत लाभ देगी, वहीं कुछ राशि वालों को गुरु की वक्री चाल परेशान करेगी. आइए जानते हैं कि गुरु वक्री होकर किन लोगों को लाभ देने वाले हैं.
वक्री गुरु चमकाएंगे भाग्य
इसी राशि में वक्री होंगे. लिहाजा गुरु की उल्टी चाल का सबसे ज्यादा शुभ असर मेष राशि वालों पर पड़ेगा. गुरु आपकी पर्सनालिटी का आकर्षण बढ़ाएंगे. आपको आर्थिक लाभ मिलेगा. बढ़ा हुआ आप निवेश कर सकते हैं, जो भविष्य में लाभ देगा. आपको हर काम में किस्मत का साथ मिलेगा. व्यापार करने वालों को विशेष तौर पर लाभ मिल सकता है. सिंगल जातकों का विवाह तय हो सकता है.
कर्क राशि- कर्क राशि के जातकों के लिए गुरु की वक्री चाल बहुत लाभ देगी. नौकरी में नए मौके मिलेंगे. आगे बढ़ने के रास्ते मिलेंगे. बेरोजगार लोगों को रोजगार मिल सकता है. आपकी आर्थिक समस्याएं दूर होंगी. कर्ज से राहत मिलेगी. कारोबारियों को यह समय तगड़ा लाभ देगा. धन लाभ होगा. फंसा हुआ पैसा मिलेगा
धनु राशि- धनु राशि वालों को गुरु की उल्टी चाल महत्वपूर्ण फल देगी. आपको कोई शुभ समाचार मिल सकता है, जो आपको बड़ी राहत और सुकून देगा. संतान पक्ष से खुशखबरी मिल सकती है. पैतृक संपत्ति से लाभ मिल सकता है. कोई पुराना मसला हल हो सकता है. जीवन में सुख-सुविधाएं बढ़ेंगी. जो लोग लंबे समय से भूमि, भवन और वाहन खरीदना चाहते हैं, उनका सपना पूरा होगा. अटका हुआ धन मिल सकता है.